दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के जीवन पर बन रही फिल्म न्याय के निर्माताओं को दिल्ली हाई कोर्ट ने नोटिस भेजा है। दरअसल, सुशांत सिंह राजपूत के पिता ने इस फिल्म पर रोक लगाने की मांग की थी। उन्होंने फिल्म की रिलीज को रोकने और इसे बैन करने के लिए याचिका दाखिल की थी। इस याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने फिल्म के निर्माताओं को नोटिस भेजा है। नोटिस के जरिए कोर्ट ने निर्माताओं से इस मामले पर जवाब मांगा है।
पिता का कहना है कि सुशांत की जिंदगी पर कोई फिल्म बनाना निजता के मौलिक अधिकार का हनन है। एक्टर की जिंदगी पर कोई फिल्म या प्रकाशन से पहले उनके उत्तराधिकारी यानी परिजनों से मंजूरी लेना जरूरी है। यही नहीं सुशांत सिंह राजपूत के पिता का पक्ष रखते हुए वकील विकास सिंह ने कहा कि इस फिल्म में गलत चित्रण करने का प्रयास भी किया गया है। उन्होंने कहा कि यह काम उन लोगों ने ही किया है, जिन पर सुशांत सिंह राजपूत को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप हैं।
उन्होंने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत पर बनने वाली किसी भी फिल्म से उनकी मौत के केस के गवाह प्रभावित होंगे। इसके अलावा जनता के बीच भी इसके जरिए धारणा को बदलने का प्रयास किया जा रहा है। सुशांत सिंह राजपूत के पिता ने कहा कि मेरे बेटे की मौत के जरिए बहुत से लोगों ने चर्चा पाने की कोशिश की है। इन लोगों ने अपने ढंग से पूरी कहानी को पेश किया है।
उन्होंने कहा कि हमारे परिवार की प्रतिष्ठा की कीमत पर ऐसा किया गया है। उन्होंने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत पर बनने वाली कोई फिल्म या वेब सीरीज परिवार की प्रतिष्ठा को चोट पहुंचाएगी। सुशांत सिंह राजपूत पर ‘न्याय’, सुसाइड या मर्डर: एक खोया सितारा या शशांक नाम से फिल्म बनाए जाने की तैयारी है, जिसे उनके पिता ने चुनौती दी है।