टीवी का सबसे फेमस शो भाभी जी घर पर हैं अपने खास अंदाज पर ‘I like It’ को लोगों की जुबान पर चढ़ा देने वाले भाभी जी घर पर हैं के अनोखे लाल सक्सेना यानि सानंद वर्मा असल जीवन में काफी एकांत स्वभाव के हैं।
यह सीरियल में सक्सेना बनकर बहुत उल्टी-सीधी हरकतें करते रहते हैं लेकिन वह असल जिंदगी में काफी सुलझे हुए इंसान हैं। सानंद वर्मा ने अपने सक्सेना के किरदार से लोगों के दिलों में एक खास जगन बनाई है।
आज हम आपको सक्सेना यानि सानंद वर्मा के बारे में कुछ बातें बताएंगे और उनकी असल लाइफस्टाइल के बारे में भी बतांएगे।
सानंद वर्मा आज स्टारडम भरी हुई जिंदगी जी रहे हैं। लेकिन सानंद वर्र्मा का जीवन काफी उथल-पुथल रहा है। सानंद वर्मा जब सिर्फ 8 साल के थे तब से ही उन्होंने काम करना शुरू कर दिया था।
इसकी वजह से वह अपना स्कूल भी अटेंड नहीं कर पाते थे। सानंद ने कभी भी अपनी पढ़ार्ई को छूटने नहीं दिया था। सानंद वर्मा ने अपनी जीवन में जो भी सीखा है वह अपने ही अनुभवों से सीखा है।
सानंद वर्मा अपने पिता की वजह से कुछ नहीं कर पाए हैं। सानंद वर्मा के पिता जो भी काम करते वह उस काम असफल ही होते थे।
सानंद का कहना है कि मुझे लोगों से बहुत अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। फिर चाहे फेसबुक हो या ट्विटर, मैं जहां भी जाता हूं, मुझे लोगों से बहुत प्यार मिलता है।
इस सीरियल की वजह से लोग मुझे पहचानने लगे हैं.मुझे खुशी है कि लोग इस सीरियल और मेरे किरदार को काफी पसंद कर रहे हैं। मैंने इस रोल के लिए तैयारी ज़रूर की है।
इस रोल की खासियत ये है कि देखने में सक्सेना बहुत नॉर्मल लगता है, लेकिन एक दम ही इसे ऐसे दौरे पड़ते हैं जैसे मार खाने में इसे मजा आता है, करंट खाने में इसे खुशी मिलती है।
इस रोल के लिए चैलेंज ये था कि ऑवर द टॉप भी नहीं लगना चाहिए और लोगों को ये भी यकीन दिलाना था कि इस तरह का किरदार रियल लाइफ में भी हो सकता है।
अब जैसे शो में मेरे पास एक पालतू सांप है और मैं इस सांप का सारा ज़हर निकालकर पी चुका हूं।मैं दाल-चावल नहीं खाता, करंट ही मेरा खाना है।
खैर, इन सब मुश्किलों से सानंद वर्मा घबराए नहीं और कठिनाईयों को दरिया पार कर वो मुकाम हासिल किया जिस तक पहुंचने में एक आम इंसान को सालों लग जाएंगे।
सानंद वर्मा ने जो हासिल किया है उसे देखकर ये तो जरूर कहा जा सकता है, ‘कौन कहता है आसमां में सुराग नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों।’
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