बॉलीवुड एक्टर
सिद्धार्थ मल्होत्रा की ‘शेरशाह‘ और विक्की कौशल की ‘सरकार उधम सिंह‘ का 67वें फिल्म फेयर अवॉर्ड में धूम देखने को मिली। वहीं इस बार एक महिला गीतकार ने इतिहास रच
दिया। कौसर मुनीर भारत की पहली महिला गीतकार हैं जिन्हें बेस्ट लिरिसिस्ट का
अवॉर्ड दिया गया है। ये अवॉर्ड उन्हें ‘83‘ के ‘लहरा दो‘ गाने के बोल लिखने के लिए मिला है। फिल्म फेयर अवॉर्ड के
इतिहास में आज भी ऐसे कई रिकॉर्ड दर्ज हैं जिन्हें अभी तक कोई भी नहीं तोड़ पाया
है।
साल 2020 में आई जोया अख्तर की फिल्म ‘गली ब्वॉय‘ ने कुल 13 फिल्म फेयर
अवॉर्ड जीते हैं। ये किसी भी फिल्म के अब तक के सबसे ज्यादा अवॉर्ड हैं। जबकि उससे
पहले 2003 से ये रिकॉर्ड शाहरुख
खान की फिल्म ‘देवदास‘ और रानी मुखर्जी की ‘ब्लैक‘ के नाम था। दोनों
फिल्मों ने उस साल 11 अवॉर्ड अपने नाम
किए थे।
बता दें कि गुलजार के नाम 22 फिल्मफेयर हैं
जो उन्हें अलग-अलग 7 केटेगरी में दिए
गए हैं। डायलॉग, लिरिक्स, डायरेक्टर, बेस्ट स्टोरी जैसी कई केटेगरीज में गुलजार ने अपने नाम
फिल्मफेयर अवॉर्ड जीते हैं। वहीं सिंगिग सेंसेशन आशा भोसले ने अब तक 9 फिल्मफेयर जीते है।
आशा भोसले को 9 में से 7
अवॉर्ड्स सिर्फ बेहतरीन प्लेबैक सिंगिग के लिए मिले हैं। इस केटेगरी में 90 के दशक के बाद की कोई भी फीमेल सेलिब्रिटी
नहीं है। अभिनेत्री जया बच्चन ने भी अलग-अलग कैटेगरी में 9 फिल्मफेयर अवॉर्ड जीते हैं। इनका रिकॉर्ड अभी तक कोई भी सिंगर और एक्ट्रेस नहीं तो़ड़ पाई है ना ही कोई इनके रिकॉर्ड के करीब पहुंच पाई है।
वही बेस्ट एक्टर के सबसे ज्यादा अवॉर्ड शाहरुख खान और दिलीप कुमार ने अपने नाम
किए हैं। इन दोनों ही अभिनेताओं के पास 8-8 अवॉर्ड हैं जिन्हें पाकर ये दोनों टॉप पर हैं। वैसे फिल्मफेयर अवॉर्ड में
केटेगरीज की काफी लंबी चौड़ी लिस्ट होती है। हर पोजिशन का कोई न कोई दावेदार है।
जैसे बेहतरीन संगीतकार में एआर रहमान ने दस, तो बेस्ट कोरियोग्राफर में सरोज खान ने 8 फिल्मफेयर अवॉर्ड जीते हैं।