बीते डेढ़ साल से कोरोना वायरस ने दुनियाभर में कोहराम मचाया हुआ है। यही नहीं कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान कई सितारे भी इसकी चपेट में आए और इनमें से एक अर्जुन कपूर भी शामिल हैं। ऐसे में तमाम चिकित्सक सिर्फ और सिर्फ सलाह दे रहे हैं कि जिन लोगों को भी कोरोना हुआ है, उन्हें सेहत के मामले में थोड़ा ध्यान देने की जरूरत है। वैसे तो अर्जुन को कोरोना हुए साल भर होने ही वाला की कोविड-19 पॉजि़टिव पाए जाने के बाद फिटनेस के अर्जुन ने जमकर मेहनत की।
मालूम हो मेहनत के मामले में अर्जुन कभी पीछे नहीं हटते हैं। अर्जुन सोशल मीडिया पर जमकर एक्टिव रहते हैं और उनकी फिटनेस बनाए रखने के प्रयासों की सराहना सोशल मीडिया पर होती ही रहती है। खैर, हाल ही में अर्जुन ने याद किया कि उन्हें कोरोना पॉजि़टिव हुए एक साल हो चुका है और अब उन्होंने बताया है कि इससे उन पर क्या क्या असर हुए।
वहीं जब अर्जुन से कोरोना से उभरने के बाद उनकी फिटनेस का राज पूछा तो एक्टर ने कहा, मैंने खुद से कहा कि मैं खुद को पटरी पर बनाए रखने के लिए दोगुनी मेहनत करूंगा। ये कोई खुशियों वाली सालगिरह नहीं है। मैं कोविड-19 पॉजि़टिव हुआ तो उसे एक साल बीता है। इसने मेरी फिटनेस को महीनों पीछे कर दिया।
लॉकडाउन में मेरी एक दिनचर्या बन गई थी और फिर मुझे कोविड हो गया। मेरे जैसे व्यक्ति के लिए यह संघर्ष निरंतर चलने वाला था। हर दिन का महत्व था। फिटनेस के लिए प्रशिक्षण के हर सत्र का महत्व था। मुझे याद है, कि मैं हतोत्साहित हुआ, निराश हुआ। मैं भावनात्मक, मानसिक बदलाव की राह पर था और मैं यह बदलाव लाने का प्रयास कर रहा था।
अर्जुन ने आगे कहा कि मुझे खुद को यह समझाने में कुछ दिन लगे कि सभी सावधानियां लेने के बाद भी मेरे साथ यह हुआ। लेकिन मैंने खुद को ये भी समझाया कि मैं दोगुनी मेहनत करूंगा ताकि मैं पटरी पर बना रहूं। मैंने स्वास्थ्य लाभ लेते हुए अच्छे खाने और अपने मन व शरीर को आराम देने को सबसे ज्यादा महत्व दिया जिसने मुझे फिर से स्वस्थ किया।
एक्टर ने बताया निगेटिव रिपोर्ट आते ही मैंने अपने ट्रेनर के साथ वर्चुअल प्रशिक्षण के सत्र फिर से शुरू किए जिससे मेरा उत्साह बढ़ा। स्वास्थ्य लाभ धीरे-धीरे और स्थिर रूप से कुछ महीनों तक चला। मुझे काफी मेहनत करनी पड़ी और यह महसूस होने में मुझे कुछ महीने लगे कि मैं फिर से फिट होने के लिए सही मार्ग पर हूं। इसी दौरान मैंने फिल्म ‘भूत पुलिस’ के लिए काम करना शुरू किया। एक साल हो चुका है, लेकिन मैं अब भी मेहनत कर रहा हूं। मुझे अपने सफर पर गर्व है। आज मैं जहां हूं उसकी मुझे खुशी है।