साउथ सिनेमा की जानी-मानी अभिनेत्री जयासुधा ने हाल ही में फिल्म इंडस्ट्री में 50 साल पूरे किए हैं। एक्ट्रेस ने अपने इतने लंबे फिल्मी करियर में एक से बढ़कर यादगार फिल्में दर्शकों को दी हैं। एक्ट्रेस ने तेलुगु, तमिल और मलयालम फिल्मों के अलावा हिंदी सिनेमा में भी काम कर चुकी है। हिंदी सिनेमा में उन्हें अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म सूर्यवंशम में अभिनय करने के लिए जाना जाता है।
वहीं हाल ही में अदाकारा तेलुगु सुपरस्टार नंदामुरी बालकृष्ण के चैट शो अनस्टॉपेबल विद एनबीके में बतौर गेस्ट नजर आने वाली हैं। इस शो का प्रोमो वीडियो अभी हाल ही में सामने आया है। जिसके जारी होते ही फिल्म इंडस्ट्री में हंगामा मच गया है। इस दौरान जयासुधा ने कंगना को पद्मश्री देने पर सवाल उठाया और इसी के साथ सरकार पर साउथ सिनेमा को अनदेखा करने का आरोप भी लगाया।
दरअसल, तेलुगु सुपरस्टार नंदमुरी बालकृष्ण एनबीके के साथ अनस्टॉपेबल नाम का टॉक शो होस्ट करते हैं। नवंबर 2021 से फरवरी 2022 तक चलने वाले पहले सीजन में दस एपिसोड के सफल रन के बाद, शो जल्दी ही इस साल अक्टूबर में दूसरे सीजन के साथ पास आ गया। शो के लेटेस्ट एपिसोड में, अभिनेत्री जयासुधा, जया प्रदा और राशि खन्ना बतौर गेस्ट पहुंची और इस दौरान जयासुधा ने अपनी फिल्मी सफर के बारे में बात करते हुए पद्मश्री अवॉर्ड्स न मिलने पर अपना दुख भी बयां किया।
इंटरव्यू के दौरान जब एक्ट्रेस से इस बारे में पूछा गया कि उन्हें पद्मश्री अवॉर्ड्स अभी तक क्यों नहीं मिला। इस पर उनकी क्या राय है। इस सवाल के जवाब में एक्ट्रेस ने कहा, “उन्हें खुद भी इस बात का नहीं पता है। वो नहीं जानती कि क्यों उन्हें इस अवॉर्ड्स से सम्मानित अभी तक नहीं किया गया है। कंगना रनौत जैसी अदाकारा को पद्मश्री अवॉर्ड्स मिल गया है। मुझे नहीं पता मुझे क्यों नहीं मिला। शायद उनके सरकार से करीबी रिश्ते होंगे।”
जयसुधा ने कंगना को पद्मश्री मिलने को लेकर आगे कहा, ‘कंगना रनौत को पद्मश्री मिलने से मुझे कोई परेशानी नहीं है। वह एक अच्छी अभिनेत्री हैं। फिर भी, उन्हें 10 फिल्मों के भीतर वह पुरस्कार मिला। यहां पर, हमने कई फिल्मों में काम किया, लेकिन सरकार ने ध्यान तक नहीं दिया। उनकी ये बात सुनकर दिग्गज अभिनेत्री जया प्रदा ने उन्हें बीच में रोककर कहा, ‘हमें इसे सम्मान पूर्वक हासिल करना चाहिए, मांग कर नहीं।’
वहीं फिर अभिनेत्री जयसुधा ने आगे कहा, ‘यहां तक कि विजया निर्मला, गिनीज रिकॉर्ड्स में दर्ज महिला निर्देशक को भी इतनी सराहना नहीं मिली है। कभी-कभी मुझे बुरा लगता है कि सरकार, दक्षिण की सराहना नहीं करती है।’ बता दें कि विजया ने 2002 में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में महिला निर्देशक के रूप में अपना नाम दर्ज कराया था, जिन्होंने दुनिया में सबसे अधिक संख्या में 44 फिल्मों का निर्देशन किया है।