इस बात में कोई शक नहीं है कि आम हो या खास, सभी महिलाएं अपनी प्रेग्नेंसी पीरियड को खुलकर एंजॉय करती हैं। इन नौ महीनों में महिलाएं कुछ ऐसी नई चीजों को महसूस करती हैं, जिसका जिक्र वह अक्सर करती नजर आती हैं। बॉलीवुड अभिनेत्रियां भी अक्सर अपने इंटरव्यूज में अपने प्रेग्नेंसी पीरियड के बारे में बताती हैं। हाल ही में, बॉलीवुड एक्ट्रेस कल्कि कोचलिन ने एक इंटरव्यू दिया है, जिसमें एक्ट्रेस ने अपनी प्रेग्नेंसी पीरियड को याद किया है और बताया है कि कैसे वह मां बनने के बाद डिप्रेशन का शिकार हो गई थीं। आइए आपको बताते हैं कि कल्कि कोचलिन ने क्या-क्या कहा है।
कल्कि कोचलिन ने कहा, ‘अपनी प्रेग्नेंसी के दिनों को मैं लाइफ के यादगार मेमोरीज की तरह नहीं देखती बल्कि ये एक छोटी सी नई शुरुआत है। मैंने इसे इसलिए लिखा कि मैंने देखा है कि बहुत कम लोग है जो प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली दिक्कतों और परेशानियों के बारे में खुलकर बात करते हैं। हम केवल यह सुनते हैं कि यह बहुत सुखद अनुभव होता है। यकीनन ये एक सुखद अनुभव है लेकिन एक प्रेग्नेंट महिला को इस दौरान व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक परिवर्तन भी देखने पड़ते हैं। लोग सोचते हैं कि अगर आप मां होने के अपने कड़वे अनुभवों को बताएंगे तो यह आपको आपके बच्चे से दूर कर देता है।’
कल्कि ने आगे कहा, ‘इसकी शुरुआत उस वक्त हुई जब उल्टियां होने की वजह से मेरी बुरी हालत थी। अचानक से जैसे मैंने अपनी सारी ऊर्जा खो दी थी। मैं उस दौरान न ही मैं कुछ कर पा रही थी ना ही सोच पा रही थी। यहां तक कि मुझे अपने शरीर से ही चिढ़ होने लगी थी। क्योंकि यह हमेशा काफी थका देने वाला था। मैं अपनी पूरी क्षमता से काम नहीं कर पा रही थी।’
कल्कि ने इसी इंस्टरव्यू में अपने डिप्रेशन के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा, ‘मैं बच्चे के जन्म के बाद के डिप्रेशन से गुजर रही थी। और इसे बहुत थकावट के रूप में नहीं कहा जाना चाहिए। ऐसे तब होता है जब कोई इंसान हर दो घंटे में जग जाए, हर रात और पूरे दिन जागता रहे तो उसे डिप्रेशन हो जाता है। नींद की कमी एक यातना के रूप में है। लोग इस पर बात नहीं करते कि यह कितना मुश्किल है।’