दिग्गज नेता और अभिनेता दिलीप कुमार ने आज यानी बुधवार की सुबह मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में दम तोड़ दिया है। दुनियाभर से लोग दिलीप साहब को श्रद्धांजलि अर्पित करने में जुटे हुए हैं। वहीं हमेशा उनके साथ रहने वाली पत्नी सायरा बानो खूब को संभलना कोई आसान नहीं होगा। जाहिर है सायरा बानो और दिलीप कुमार का रिश्ता दुनिया के सामने एक मिसाल है। जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखने के बाद भी दिलीप और सायरा हमेशा से साथ ही हैं।
करियर में टॉप पर होने और अपने से 22 साल बड़े अभिनेता के साथ शादी करने वाली सायरा बानो को फिल्मी दुनिया से अलविदा करने के बाद भी कोई अफसोस नहीं था। क्योंकि सायरा खुद इस बात कहा करती थी उन्होंने किसी के दबाव में नहीं बल्कि अपनी इच्छा से फिल्मी दुनिया को अलविदा कहा था क्योंकि वह अपना पूरा ध्यान दिलीप कुमार पर लगाना चाहती थीं। इसके अलावा एक सवाल यह भी जो सभी के मन में आता है कि वो यही कि दिलीप कुमार और सायरा बानो जिंदगीभर बिना बच्चे के क्यों रहे।
दरअसल, सायरा के मां नहीं बनने के पीछे कई तरह की अटकलें भी लगाई गईं। कुछ ने ये तक कह डाला कि सायरा मां नहीं बन सकतीं इसलिए इनके जीवन में संतान सुख नहीं है। लेकिन सच बहुत दिनों तक किसी से छिपता नहीं तो बस इस बात का खुलासा जीवनी ‘Dilip Kumar: The Substance and the Shadow’ में हुआ। इस दौरान दिलीप ने इसमें खुद बताया कि 1972 में सायरा गर्भवती थीं लेकिन आठवें महीने में उनका ब्लडप्रेशर हाई हो गया और डॉक्टर बच्चे को नहीं बचा सके। इस घटना को दोनों ने भगवान की इच्छा माना और संतान के बारे में फिर कभी सोचा ही नहीं।
अपने बच्चे को इस दुनिया में आने के पहले ही सायरा बानो ने उसे खो दिया और न ही उन्हें कभी मां का सुख मिला। ऐसे में सायरा और दिलीप कुमार टूटे जरूर लेकिन अपने रिश्ते को बनाकर रखा। वहीं, जब एक इंटरव्यू में सायरा से पूछा गया था कि क्या उन्हें परिवार में बच्चे नहीं होने का कोई दुख नहीं ? तो इस पर सायरा ने जवाब देते हुए कहा ‘हमारी शादी मेरे लिए जिंदगी में सबसे ज्यादा अहमियत रखती है। मुझे बच्चे की कमी महसूस नहीं होती क्योंकि दिलीप साहब खुद दिल से बच्चे जैसे हैं।
बता दें, दिग्गज दिलीप कुमार और सायरा के बेशक खुद के बच्चे नहीं थे, लेकिन उन्होंने अपने प्यार से परिवार के दूसरे बच्चों को बहुत प्यार किया है। दिलीप कुमार ने कहना था ‘मुझे बच्चे बहुत पसंद हैं, लेकिन इस बारे में सोचने का समय कहां है? मेरे और सायरा के परिवार में करीब 30 बच्चे हैं और वे मुझे अपनी शरारतों के कारण पूरे समय व्यस्त रखते हैं। वे इतनी ऊर्जा से भरे हुए हैं कि मैं उन्हें संभालते-संभालते थक जाता हूं।