बीते कई दिनों से बॉलीवुड
इंडस्ट्री में कई बड़ी फिल्में रिलीज हो रही है, लेकिन इनका बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कुछ
खास कमाल नहीं दिखा पा रहा है। इसी दौरान हाल ही में रिलीज हुई ऋषभ शेट्टी की कन्नड़ फिल्म ‘कांतारा‘ इन तमाम हिंदी फिल्मों पर भारी पड़ती हुई नजर आ रही है। इस फिल्म को लोग कितना पसंद कर रहे है, इस बात
का अंदाजा आप इस बात से ही लगा सकते है कि सिनेमाघरों में हाल ही में ऱिलीज हुई कई
हिंदी फिल्मों की जगह इस फिल्म को स्क्रीन दी जा रही है। इसी बीच हमेशा बॉलीवुड पर
अपनी बातों और ट्वीट से निशाना साधने वाले केआरके ने भी अब जोरदार तंज कसा है।
ऋषभ शेट्टी की
फिल्म ‘कांतारा‘
बॉक्स ऑफिस पर खूब धमाल
मचा रही है। ये फिल्म पूरी दुनिया भर में जबरजस्त कमाई कर रही है और कई हिंदी
फिल्मों को पीछे छोड़ते हुए हर दिन अपने ब़ॉक्स ऑफिस कलेक्शन में इजाफा कर रही है।
इस बात पर अब ब़ॉलीवुड का मजा लेने में भला केआरके पीछे कैसे रहते। केआरके उर्फ
कमाल राशिद खान एक ऐसे सेल्फ क्लेम फिल्म क्रिटिक है जो अक्सर बॉलीवुड फिल्मों का
निगेटिव रिव्यू करने की वजह से लाइमलाइट में बने रहते है।
जिस तरह से तमाम
हिंदी फिल्में कन्नड़ फिल्म ‘कांतारा‘ के आगे टिक नहीं पा रही
है, उसके लिए अब केआरके बॉलीवुड के लोगों को ही जिम्मेदार ठहरा रहे है। केआरके ने
ट्वीट करते हुए लिखा कि लोगों को ये जानकर हैरानी होगी कि ‘कांतारा’ हिंदी का
कलेक्शन ‘रामसेतु’, ‘थैंक गॉड’और ‘फोन भूत’ से ज्यादा होगा और बॉलीवुड
के लोग इसके लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं। केआरके ने कहा कि ‘कांतारा‘ के कलाकारों को हिंदी दर्शक नहीं जानते फिर भी उनकी फिल्म को पसंद कर रहे,
लेकिन सुपरस्टार कहे जाने वाले एक्टर्स की फिल्मों का बुरा हाल है।
केआरके ने एक और ट्वीट
करते लिखा कि हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘मिली’, ‘फोन भूत’ और ‘डबल एक्सएल’ का हाल बहुत ही डरावना है। साथ ही उन्होंने कहा, ’ये फिल्म मेकर्स के लिए खुली चेतावनी है कि अब मजाक
करना बंद करो क्योंकि अब पानी नाक के उपर जा चुका है।‘ साथ ही उन्होंने कहा कि अब आपके मजाक बर्दाशत नहीं हो रहे
है, इसलिए फिल्में बनाना बंद करो।
केआरके अक्सर अपने
ट्वीट के जरिए बॉलीवुड फिल्मों की आलोचना करते थकते नहीं है। ऐसी शायद ही कोई
फिल्म, एक्टर या फिर डॉयरेक्टर होगा जिसकी केआरके ने आलोचना न की हो। उनके ट्वीट
खुद उनके लिए भी काफी बार मुसीबत खड़ी कर चुके है, लेकिन उसके बाद भी केआरके का
ब़ॉलीवुड की फिल्मों को खरी खोटी सुनाने का सिलसिला बरकरार है।