भारत रत्न से सम्मानित दिग्गज गायिका लता मंगेशकर की हालत गंभीर है। लता मंगेशकर कोरोना के चलते मुंबई के ब्रीच कैंडी असपताल में भर्ती हैं। वैसे तो परिवार के सदस्यों का कहना है कि कोरोना के मामूली लक्षण हैं। लता जी के उम्र को ध्यान में रखते हुए उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया है। हाल ही में उन्होंने इंडस्ट्री में 80 साल पूरे किए हैं। लता मंगेशकर को भारत की कोकिला भी कहा जाता है। भारतीय फिल्म इंडस्ट्री की सबसे ज्यादा प्रतिभाशली सिंगर में उनकी गिनती होती है। लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 में हुआ था।
लता जी के पिता का नाम पंडित दीनानाथ मंगेशकर था जो एक क्लासिकल गायक थे। बहुत कम उम्र से ही उनके पिता ने उन्हें संगीत सीखाना शुरू कर दिया था। लता जी के पिता जो भी प्ले लिखते वो उसमें हिस्सा लिया करती थीं। लगभग 8 दशक से भी ज्यादा के करियर में लता जी ने कई लीडिंग लेडिज के लिए अपनी आवाज दी।
लता मंगेशकर ने एक हजार से ज्यादा हिंदी फिल्मों और 36 क्षेत्रीय फिल्मों में गाना गाया है। कुछ मिलाकर वो 5,000 से अधिक गानों में अपना आवाज दे चुकी हैं। इन सालों में लता मंगेशकर ने मधुबाला से लेकर प्रियंका चोपड़ा तक के लिए अपनी आवाज दी है। 1942 में जब लगा मंगेशकर के पिता का निधन हो गया तो बड़ी संतान होने के नाते परिवार का सारा भार लता जी के कंधों पर आ गया। लता मंगेशकर के पिता के दोस्त मास्टर विनायक ने उन्हें बड़ी मां फिल्म में रोल ऑफर किया, जिसके लिए वो मुंबई आई। यहीं लता जी ने उस्ताद अमन अली खान से हिंदुस्तानी म्यूजिक सीखा। लता जी ने अपने करियर में कई सारे लिजेंड्री म्यूजिक डाटरेक्टर के संग काम किया है।
जिनमें मदन मोहन, आर.डी बर्मन, लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल और एआर रहमान जैसे नाम शामिल हैं। लता मंगेशकर ने लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल के लिए 700 से भी ज्यादा गाने गाए। जिसमें मेरे नसीब में और शाशी हो या दिल हो काफी पॉपुलर रहा। लता जी ने आर डी बर्मन के साथ सबसे पहले साल 1961 में छोटे नवाब फिल्म में गाया था, उसके बाद 1942 में आई कुछ ना कहो में उनके साथ काम किया। आखिरी बार लता जी और आर डी बर्मन ने 1994 में आई ए लव स्टोरी में काम किया। वहीं एआर रहमान के साथ लता जी कोलाब्रेशन का नतीजा था साल 2006 में आई रंग दे बसंती का लुका छुपी और साल 2001 में आई लगान का ओ पालनहारे।
इसके अलावा प्यार किया तो डरना क्या से लेकर मुगल-ए-आज़म से लेकर अजीब दास्तां है तक, दिल अपना और प्रीत पराई से लेकर रंगीला रे यहां तक कि जिया जले सॉन् तक में सिंगर ने अपनी आजाव का जादू पिरोया। साल 2012 में लता मंगेशकर ने खुद का म्यूजिक लेबल जिसका नाम एलएम म्यूजिक था उसे लॉन्च किया। उनका सबसे हालिया रिलीज सॉन्ग सौगंध मुझे इस मिट्टी की जो साल 2019 में रिलीज हुई थी वो था।