भारत की स्वर
कोकिला लता मंगेशकर की आवाज आज भी लोगों के जहन में जिंदा है और हमेशा जिंदा
रहेगी। आवाज ही जिनकी पहचान थी, वो लता मंगेशकर तो हम सबको छोड़ कर चली गई, लेकिन
अपने पीछे कई ऐसे गाने छोड़ गई, जिसे सुनकर पूरी दुनिया उन्हें हमेशा याद करती
रहेगी । लता मंगेशकर के गानों को लोगों ने खूब पसंद किया और आज उनके जाने के बाद
भी उनके गाने हर उम्र के लोग सुनते है । लता मंगेशकर ने जीते जी अपने गाने के दम
पर वो मुकाम हासिल किया जो शायद कोई सपने में ही सोच
सकता है।
कई मुसीबतों से लड़ने के बाद लता मंगेशकर ने कड़ी मेहनत से अपने लिए एक
ऐसी जिदंगी बनाई , जो शायद कोई सपने में ही सोच सकता है। हालांकि लता मंगेशकर ने
अपने जीते जी अपनी आंखों से एक सपना देखा था, जो उनके रहते पूरा नहीं हो सका था। खुशी
की बात ये है कि लता दीदी का जो सपना उनके रहते पूरा नहीं हुआ, वो आज उनके इस
दुनिया से जाने के बाद पूरा होने जा रहा है । लता मंगेशकर के नाम से एक वृद्धाश्रम खुलने जा रहा है , जिसका सपना लता दीदी ने अपने जीते जी देखा था ।
इंस्टाग्राम अकाउंट से पोस्ट करते हुए लोगों को जानकारी दी गई कि लता मंगेशकर
के एक सपने को पूरा किया जा रहा है। इस पोस्ट में लता मंगेशकर की फोटो शेयर की गई है और
बताया गया कि भारत की स्वर कोकिला लता मंगेशकर का वृद्धाश्रम खोलने का ड्रीम
प्रोजेक्ट था। इसी के चलते एक वृद्धाश्रम को खोलने की तैयारी है , जो खासकर उन
लोगों के लिए है जो म्यूजिक, आर्ट, सिनेमा और थिएटर से
जुड़े हुए है । साथ ही बताया गया कि इस फाउंडेशन का अहम मुद्दा उन आर्टिस्ट को घर
देना जो अपनी जिंदगी में काफी मुश्किलें झेल रहे हैं।
नजर आ रहे है और इस पोस्ट पर कमेंट करके अपनी खुशी जाहिर कर रहे है । किसी ने
कमेंट किया है, ‘जब तक सांस है ,तब तक दिल
के पास रहोंगे’ , तो किसी ने लिखा, ‘ यह एक बहुत अच्छा कदम है , थैंक यू दीदी’ , तो वहीं एक ने लिखा, ‘म्यूजिक
इंडस्ट्री को लेकर आपकी जो सेवा है वह आपके जाने के बाद भी जारी है। यही वजह है कि
आपको पूजा जाता है दीदी। लव यू।‘
लता मंगेशकर इसी
साल हम सबको छोड़ कर पंचतत्व में विलीन हो गई । काफी समय से बीमार रहने के
चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी हालत और बिगड़ती चली गई । काफी दिनों
तक अस्पताल में रहने के बाद 6 फरवरी को लता मंगेशकर ने आखिरी सांस ली । भारत की
स्वर कोकिला के इस दुनिया के जाने से पूरे देश में शोक की लहर थी।