बॉलीवुड में कई ऐसे सितारें है जिन्होंने अपनी मेहनत और काबिलियत के दम पर इंडस्ट्री में सफलता हासिल की है और मनोज वाजपेयी भी इनकी टैलेंटेड आर्टिस्ट्स में से एक है। मनोज बाजपेयी ने अपनी एक्टिंग के बलबूते पर एक खास फैनबेस बनाया है। मनोज आज अपना 51 वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे है और इस मौके पर उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ खास पहलुओं पर डालते है एक नजर।
23 अप्रैल 1969 को बिहार के नरकटियागंज में मनोज बाजपेयी का जन्म हुआ था। इन्होने अपने हाई स्कूल तक की पढ़ाई बेतिया जिले से की और फिर सत्यवती कॉलेज से बारहवीं पूरी करने के बाद, मनोज बाजपेयी ने दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज स्नातक की पढ़ाई पूरी की। मनोज बचपन से अभिनेता बनना चाहते थे।
एक्टिंग में करियर बनाने के लिए मनोज बाजपेयी ने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में दाखिला लेने की कोशिश की पर लगातार 4 बार ख़ारिज किये जाने के बाद मनोज इतना अवसाद में चले गए थे कि उन्होंने आत्महत्या करने का मन बना लिया था ऐसे में रघुवीर यादव ने बैरी जॉन की एक्टिंग वर्कशॉप करने की सुझाव दिया।
कड़े संघर्ष से गुजरने वाले मनोज बाजपेयी ने दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले धारावाहिक ‘स्वाभिमान’ से अपने करियर की शुरुआत की। इसके बाद साल 1994 में शेखर कपूर ने उन्हें फिल्म ‘बैंडिट क्वीन’ में मौका दिया। मनोज बाजपेयी को असली पहचान और कामयाबी दिलाई रामगोपाल वर्मा की फिल्म सत्या ने, जिसके बाद उनका करियर चल निकला।
अपने करियर के शुरूआती दिनों में मनोज बाजपेयी ने दिल्ली की एक लड़की से शादी की थी लेकिन सिर्फ 2 महीने बाद ये शादी टूट गयी और दोनों अलग हो गए। इसके बाद मनोज बाजपेयी की मुलाकात एक्ट्रेस नेहा से हुई। नेहा का असली नाम शबाना रजा है। नेहा की डेब्यू फिल्म करीब और मनोज बाजपयी की सत्या एक साथ ही रिलीज़ हुई थी।
दोनों के काफी समय तक एक दूसरे को डेट किया, फिर साल 2006 में नेहा और मनोज बाजपयी से शादी कर ली।दोनों की एक बेटी भी है। मनोज बाजपयी को फिल्म ‘सत्या’ और ‘शूल’ के लिए फिल्मफेयर बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड भी मिला है। जबकि फिल्म ‘पिंजर’ में शानदार एक्टिंग के लिए उन्हें नेशनल फिल्म अवॉर्ड (स्पेशल ज्यूरी) मिला। ‘सत्या’, ‘शूल’, ‘स्पेशल 26’, ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’, ‘राजनीति’ जैसी फिल्मों में उन्होंने शानदार काम किया है।