बिग बॉस में नजर आ चुके मनु पंजाबी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर बड़ी चौंकाने वाली खबर दी है। एक्टर को सिद्धू मूसेवाला की तरह जान से मारने की धमकी मिली। जिसके बाद उन्होंने अपनी जान बचने के लिए पुलिस का सहारा लिया। आपको बता दे, ये थ्रेट उन्हें ईमेल के ज़रिये भेजा गया था जिसमे बिश्नोई गैंग और गोल्डी बरार का नाम सामने आया था। अब मनु पंजाबी ने सोशल मीडिया पर इस बात की जानकारी दी है। हालांकि पुलिस ने एक्शन लेते हुए आरोपी शख्स को गिरफ्तार कर लिया है। जिसके बाद मनु ने जयपुर पुलिस को सिक्योरिटी देने और आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए धन्यवाद कहा है।
इस धमकी पत्र में लिखा है, ‘ये लेटर गोल्डी बरार टीम की तरफ से है। जैसा कि सभी जानते हैं कि सिद्धू हत्या मामले में लॉरेंस भाई को टारगेट किया जा रहा है। इसी के चलते इस समय हमें ज्यादा से ज्यादा पैसों की जरूरत है, लेकिन हम किसी एक पर ही सारा भार नहीं डालना चाहते। इसलिए थोड़े- थोड़े पैसे सभी सक्षम लोगों से लिए जा रहे हैं। और अभी तक जो पैसा आया है उसमें किसी ने भी कोई होशियारी नही दिखाई है क्योंकि सब जानते हैं कि हमसे होशियारी का मतलब सिर्फ मौत है।’
धमकी पत्र में आगे लिखा है, ‘तुम्हें भी 10 लाख रुपए 4 घण्टे के अंदर हमारे पास भेजने हैं और अगर 4 घंटे तक पैसे नही आते तो अपनी उलटी गिनती शुरू कर देना क्योंकि फिर तुम्हे यमराज भी नही बचा सकता। और अगर पैसे समय से आ जाते हैं तो तेरी सुरक्षा की जिम्मेदारी हम लेते हैं हम तुझे कुछ नहीं होने देंगे किसी भी मामले में। और अगर होशियारी दिखाने की जरा सी भी कोशिश की तो हम पूरी मैगजीन उतार देते है बॉडी में और जिंदगी भर इस बात का अफ़सोस तेरे परिवार को रहेगा की 10 लाख के लिए हमने क्या खो दिया।’
‘हम तक पहुंचने का ख्याल दिमाग से निकाल देना जो भी नम्बर या अकाउंट नम्बर हम यूज कर रहे हैं वो हमारे तो है नहीं इतना दिमाग तो होगा तुम्हारे अन्दर भी। लेकिन हमने इस बंदे को भी प्रॉमिस किया है कि अगर कोई तेरे खिलाफ कार्यवाही कराता है या तुझे फोन करता है तो उसको इस दुनिया से अलविदा कर दिया जायेगा। और जिसको हमने जुवान दे दी उसको कोई बदल नही सकता। इसलिए इस अकाउंट में पैसे डालो और काम खत्म इससे ज्यादा कुछ जानने की कोशिश मत करना तेरे लिए और तेरे परिवार के लिए यही सबसे अच्छा तरीका है।’
लेकिन अब पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इस शख्स का बिश्नोई गैंग से कोई लेना देना नहीं है। बल्कि ये एक UP का ड्रग एडिक्ट है जो ऐसे फ़र्ज़ी तरीके से पैसे इकठा करना चाहता था। पुलिस में अब इस मामले में उस शख्स से पूछताछ कर रही है।