सुशांत सिंह राजपूत केस में अब एक बड़ी खबर सामने आई है। कई महीनो से लगातार सुशांत के नाम की ही चर्चा है। हर कोई सुशांत के लिए न्याय की मांग कर रहा है। सिर्फ इंडिया ही नहीं बल्कि बाकी के देशो से भी लाखो लोग सुशांत केस से जुड़ चुके है। इस बीच पता चला है कि सुशांत की मौत के बाद सोशल मीडिया के अलग अलग मंचों पर 80 हजार से ज्यादा फर्जी अकाउंट्स बनाए गए हैं।
सुशांत की मौत के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई तरह के कैंपेन चलाए गए। इन फर्जी अकाउंट्स के जरिए मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र सरकार को बदनाम करने की कोशिश की गई। अब मुंबई पुलिस कमिश्नर ने साइबर सेल से कहा है कि वो ऐसे मामलों को आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर उसकी जांच करे।
मुंबई पुलिस की साइबर यूनिट ने एक रिपोर्ट बनाई है, जिसके मुताबिक सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म पर दुनिया के अलग अलग देशों जैसे इटली, जापान, फ्रांस, रोमानिया, तुर्की, थाईलैंड, इंडोनेशिया, पोलैंड और स्लोवेनिया से पोस्ट किए गए हैं। एक आईपीएस अधिकारी ने बताया कि ‘हमने विदेशी भाषा में पोस्ट की पहचान की है। इसमें जस्टिस फॉर सुशांत और सुशांत सिंह राजपूत हैशटैग का इस्तेमाल किया गया। हम इन अकाउंट्स के बारे में ज्यादा जानकारी जुटाने की कोशिश में हैं।’
मुंबई पुलिस का कहना है की इस तरह के कैंपेन से उनके मनोबल को कमजोर करने की कोशिश की गई। ये सब उस वक्त किया गया जब कोरोना वायरस के चलते चौरासी पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी और करीब छह हजार से ज्यादा जवान संक्रमित थे। ये कैंपेन जानबूझकर चलाया गया जिससे मुंबई पुलिस की छवि को खराब किया जा सके और जांच की दिशा भटकाई जा सके। सोशल मीडिया पर कई फर्जी अकाउंट्स बनाए गए थे जिसमें मुंबई पुलिस के लिए असभ्य भाषा का इस्तेमाल किया गया। अब साइबर सेल विस्तार से जांच कर रहा है। जो भी कानून के उल्लंघन का दोषी पाया जाएगा उस पर आईटी एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।‘