बॉलीवुड के मशहूर फिल्म डायरेक्टर राम गोपाल वर्मा मुश्किलों में घिर गए है। अब उन्हें अपनी गलतियों की भारी कीमत चुकानी पड़ी है। दरअसल, राम गोपाल वर्मा ने कर्मचारियों की 1.25 करोड़ रुपये की सैलरी अदा नहीं की है। इसके विरोध में अब फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एंप्लॉयीज ने रामगोपाल वर्मा को बैन करने का फैसला लिया है।
इससे सिने कर्मचारियों की 32 यूनियनों से जुड़े लोग राम गोपाल वर्मा के साथ भविष्य में काम नहीं करेंगे। डायरेक्टर पर आरोप है कि उन्होंने कलाकारों, टेक्नीशियंस और वर्कर्स की 1.25 करोड़ रुपये की सैलरी नहीं दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इससे पहले राम गोपाल वर्मा को एक लीगल नोटिस भी भेजा गया था।
हालांकि राम गोपाल वर्मा की ओर से इस लीगल नोटिस पर कोई जवाब नहीं दिया गया था। फेडरेशन के मुताबिक राम गोपाल वर्मा को सितंबर 2017 में एक लेटर भेजा गया था। इसमें बताया गया था कि टेक्नीशियंस की पेमेंट बाकी है, जिसे क्लियर किया जाना है। इस नोटिस के बाद भी फेडरेशन की ओर से लगातार कई पत्र राम गोपाल वर्मा को पेमेंट क्लियर करने के लिए भेजे गए थे।
हालांकि, रामगोपाल वर्मा ने लेटर्स मिलने की बात से ही इनकार कर दिया। यही नहीं फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एंप्लॉयीज ने राम गोपाल वर्मा पर कोरोना काल में भी शूटिंग जारी रखने का आरोप लगाया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक फेडरेशन के प्रेसिडेंट ने कहा कि रामगोपाल वर्मा के गोवा में शूटिंग करने की जानकारी मिलने के बाद वहां के सीएम को भी इस संबंध में पत्र लिखा गया था।
अब इस संबंध में इंडिया मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन और प्रोड्यूसर्स गिल्ड ऑफ इंडिया को भी जानकारी दे दी गई है। इसके अलावा कुछ और यूनियंस को भी इस बैन के बारे में बताया गया है। ऐसे में देखना होगा की अब डायरेक्टर कौन- सा रास्ता चुनते है।