हाल ही में बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता नवाज़ुद्द्दीन सिद्दीकी ने अपने साथ हुए रंगभेद पर ब्यान देकर सनसनी मचा दी थी। इस बयान में वो साफ़ तौर पर अपनी पैरवी करते नजर आये की बॉलीवुड में अपने रंग को लेकर उनके साथ कितनी नाइंसाफी हुई है। इस बयान से बॉलीवुड हिल गया था और कई बड़े कलाकार नवाज़ के समर्थन में भी आये थे।
सारा मामला नवाज़ की आने वाली फिल्म बाबूमोशाय बंदूकबाज़ की शूटिंग के दौरान खड़ा हुआ जब फिल्म अभिनेत्री चित्रांगदा सिंह ने ये फिल्म करने से मना कर दिया और उनके फिल्म को बीच में छोड़ने के पीछे ये वजह बताई गयी क्योंकि नवाज़ुद्दीन का रंग काला है और उनकी पर्सनालिटी बाकी फिल्म अभिनेताओं से कमतर है इसलिए चित्रांगदा उनके साथ काम नहीं करना चाहती।
ये फिल्म अपने बोल्ड कंटेंट को लेकर भी काफी चर्चा में रही और सेंसर बोर्ड ने इसे करीब 50 कट लगाने के बाद रिलीज़ की अनुमति दी है। सीन काटे जाने पर भी काफी विवाद हुआ था। और अब जब सेंसर बोर्ड का विवाद खत्म हुआ है तो ये रंगभेद का मामला फिर उठ खड़ा हुआ है। इस मामले में चित्रांगदा सिंह अब खुलकर सामे आ गयी है। अब तक उन्होंने इस विवाद पर चुप्पी लगाई हुई थी पर अब उन्होंने नवाज़ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
चित्रांगदा ने बताया की फिल्म छोड़ने का फैसला उनकी अभिव्यक्ति की आज़ादी और अस्मिता से जुडा है। उन्होंने बताया की इस बात को बेवजह रंगभेद का मामला बनाया जा रहा है जबकि उन्होंने फिल्म इसलिए छोड़ी थी क्योंकि प्रोड्यूसर कुशन नंदी और नवाज ने जानबूझकर चुम्बन के सीन को 52 बार से ज्यादा रिटेक किया जबकि पहली बार मे ही सीन ओके था।
चित्रांगदा ने ये भी कहा की यह टॉर्चर था और मेरा अधिकार है की गलत बात का विरोध करूं वो मैंने किया, जिसके कारण मुझे सेट पर ही इन लोगों ने जलील किया।
अब सच क्या है और क्या झूठ ये तो अभी साफ़ नहीं हो पाया है, पर इस बयान से कई लोग चित्रांगदा के पक्ष में भी उठ खड़े हुए है। और जाहिर से बात है फिल्म का बोल्ड कंटेंट उनकी बात को मजबूती भी देता है। अब देखना होगा की ये मामला और कितना आगे जाता है।