रिया चक्रवर्ती को बॉम्बे हाईकोर्ट से जमानत मिल चुकी है। उन्हें कई दिन तक भायखला जेल में रखा गया लेकिन अब रिया आजाद है। वो वापस अपने घर लौट आई हैं। ये वक़्त उनके लिए वाकई मुश्किल रहा होगा। एक सेलिब्रिटी होने के बाद इस तरह के हालात में रहना आसान नहीं है। अब रिया के लिए ये सब कितना मुश्किल था आप इसका अंदाज़ा रिया के वकील सतीश मानशिंदे की बातो से लगा सकते है। जेल में एक महीने तक रिया का क्या रूटीन था, वह क्या-क्या करती थीं, ये बातें अब सामने आ गई हैं। रिया के वकील सतीश मानशिंदे ने बताया है कि रिया ने आखिर जेल में अपना समय कैसे बिताया।
सतीश मानशिंदे ने एक इंटरव्यू में रिया को ‘बंगालन बाघिन’ बताया और कहा कि अपनी छवि को ठीक करने के लिए बंगाल की बाघिन वापस लड़ेगी। जेल में रहने के दौरान रिया ने खुद को काफी सकारात्मक रखने की कोशिश की। मीडिया के साथ बातचीत में सतीश मानशिंदे ने कहा, मैं व्यक्तिगत रूप से इतने सालों के बाद एक क्लाइंट को देखने के लिए जेल गया था, क्योंकि जांच एजेंसियां उनके पीछे पड़ी थी और उन्हें परेशान किया जा रहा था। मैं यह देखना चाहता था कि वो जेल के अंदर किस स्थिति में रह रही थीं। ये देखना मेरे लिए सुखद था कि वो जेल के अंदर अच्छे से रह रही थीं।
वो जेल में खुद की देखभाल करती थी। वो खुदके और जेल के कैदियों के लिए योग क्लासेज संचालित करती थीं और जेल में कैदियों को योगा सिखाया करती थीं। उन्होंने खुद को जेल के मुताबिक एडजस्ट कर लिया था, क्योंकि कोरोना महामारी के कारण उन्हें घर का खाना नहीं मिल सकता था। वो एक समान्य महिला की तरह ही कैदियों के साथ रहती थीं। एक आर्मी जवान की लड़की होने के नाते उन्होंने युद्ध जैसी परिस्थितियों का सामना किया और अब वो किसी भी व्यक्ति का सामना करने के लिए तैयार हैं, जो उन पर आरोप लगाने और उनके हितों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहा है।
सतीश मानशिंदे ने मीडिया के एक हिस्से को लताड़ लगाते हुए कहा कि रिया उन सभी बेवकूफों से लड़ेंगी, जो उनकी छवि को खराब करने वाले बेशर्म लोग मेरे इंटरव्यू के लिए मेरे ऑफिस के बाहर लाइन लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग केवल टीआरपी के लिए रिया के पीछे पड़े थे। रिया के पीछे पड़ने की वजह सिर्फ इतनी है कि सुशांत का परिवार उनसे बदला चाहता है। मैं शुरू से कहता आ रहा हूं कि सीबीआई, एनसीबी और ईडी रिया के पीछे इसलिए पड़ी है, क्योंकि वह सुशांत सिंह राजपूत की प्रेमिका थी, वो लिव-इन पार्टनर थी। रिया के वकील सतीश मानेशिंदे ने कहा था कि वो करीब एक महीने बाद अपने बिस्तर पर सो सकेगी।