बॉलीवुड क्वीन कंगना रनौत पर शिवसेना पार्टी में अपने मुखपत्र ‘सामना’में लगातार हमला कर रही है। कंगना रनौत पर सामना में एक बार फिर से रविवार को निशाना साधा। साथ ही कंगना विवाद पर अक्षय कुमार के साथ उन सितारों की चुप्पी पर भी सवाल उठाते हुए सामना में लेख लिखा गया।
बीते दिनों पहले पाक अधिकृत कश्मीर से तुलना मुंबई की कंगना रनौत ने करी थी। इसके बाद कंगना के ऑफिस पर तोड़ाफोड़ी बीएमसी ने कार्यवाई करते हुए की जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर कंगना ने शेयर की और साथ ही पाकिस्तान और बाबर जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया।
उसके बाद शिवसेना ने कहा कि बॉलीवुड का एक तबका कंगना द्वारा मुंबई की तुलना पाकिस्तान और बाबर से की गई लेकिन वह चुप रहे। उन्होंने आगे कहा कि बॉलीवुड के उस तबके ने कंगना के विचारों पर चुप्पी तोड़ते हुए यह नहीं कहा कि यह उनके विचार हैं फिल्म इंडस्ट्री ऐसा नहीं सोचती।
अक्षय कुमार पर पहली बार कंगना विवाद में शिवसेना ने हमला बोला है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा है कि, अक्षय कुमार को मुंबई ने काफी कुछ दिया है। इस शहर ने उन्हें अपार सफलता दिलाई है इसके बावजूद उन्होंने कंगना के खिलाफ एक शब्द नहीं कहा। मुंबई का अपमान होता रहा लेकिन इसका विरोध नहीं किया गया। संपूर्ण नहीं, कम-से-कम आधे हिंदी फिल्म जगत को तो मुंबई के अपमान के विरोध में आगे आना ही चाहिए था।
कंगना विवाद पर फिल्म इंडस्ट्री के सेलेब्स की चुप्पी पर सवाल करते हुए ‘सामना’ में लिखा कि, क्या यह शहर उनके लिए ‘केवल पैसे कमाने का जरिया’है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के लिए कंगना द्वारा ऐसी भाषा का प्रयोग करना और यह कहना कि उसका समर्थन मुंबई के लोग कर रहे हैं।
‘सामना’में कंगना रनौत द्वारा दिए गए बयानों पर कहा गया है कि अभिनेत्री ने अपने ऑफिस को राम मंदिर से जोड़ दिया था जब उनके ऑफिस में बीएमसी ने तोड़ फोड़ की थी। कंगना के इस बयान को ड्रामा पत्र में बताया गया और लिखा कि, यह कैसी एकतरफा आजादी है? उसके अवैध निर्माण पर हथौड़ा चला,तो वह मेरा राम मंदिर ही था, ऐसा ड्रामा उसने किया। लेकिन उसने यह अवैध निर्माण कानून का उल्लंघन करके उसके द्वारा घोषित किए गए ‘पाकिस्तान’में किया था। मुंबई को पाकिस्तान कहना व उसी ‘पाकिस्तान’में स्थित अवैध निर्माण पर सर्जिकल स्ट्राइक की छाती पीटना,यह कैसा खेल है?