साउथ सपुरस्टार
महेश बाबू के लिए ये साल बेहद मुश्किलों भरा रहा। कुछ समय पहले ही अपनी मां को खोने
के बाद उनके सिर से अब पिता का साया भी उठ गया है। महेश बाबू के पिता शिवा रामा
कृष्णा घट्टामनेनी का 15 नवंबर की सुबह
निधन हो गया। उनके जैसे एक महान एक्टर के इस दुनिया को छोड़कर जाने के बाद साउथ इंडस्ट्री
में शोक की लहर दौड़ गई और अब उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए तेलुगु फिल्म
इंडस्ट्री में एक दिन के लिए शूटिंग पर रोक लगा दी गई है।
महेश बाबू के
पिता कृष्णा घट्टामनेनी बेहद अनुभवी एक्टर थे जिन्होंने अपनी करियर में करीब 350 से ज्यादा फिल्मों में काम किया था। साथ ही
उन्हें तेलुगु सिनेमा का पहला सुपरस्टार माना जाता है। साल 2009 में उन्हें पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया
था। एक एक्टर, प्रोड्यूसर,
डायरेक्टर होने के साथ साथ वो एक पॉलिटिशियन भी
थे। ऐसे महान एक्टर के इस दुनिया से जाने पर तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री ने एक अहम
फैसला लिया है।
तेलुगु फिल्म
प्रोड्यूसर्स काउंसिल ने एक प्रेस रिलीज जारी किया है, जिसमें उन्होंने इस बात की घोषणा
की है कि महेश बाबू के पिता को श्रद्धांजलि देने के लिए पूरी तेलुगु फिल्म
इंडस्ट्री को 16 नवंबर को बंद रखा
जाएगा यानि इस दिन तेलुगु की किसी भी फिल्म की शूटिंग नहीं होगी। बता दें कि बीते दिन कृष्णा घट्टामनेनी के पार्थिव शरीर को लोगों के आखिरी दर्शन
के लिए गाचीबोवली स्टेडियम में रखा गया था, जहां साउथ फिल्म इंडस्ट्री के तमाम सेलेब्स ने उन्हें श्रद्धांजलि
दी।
इस साल पहले अपने
बड़े भाई रमेश बाबू को खोने के बाद महेश बाबू ने अपनी मां इंदिरा देवी को दुनिया से
जाते देखा और अब उनके सिर से पिता का साया भी उठ गया है। इस एक साल में एक के बाद
अपने अपनो को इस दुनिया से जाते देखने पर एक्टर के दिल पर क्या बीत रही होगी, इस
बात का शायद अंदाजा भी लगाया नहीं जा सकता है।