देश में तेज़ी से फैलते कोरोना वायरस ने सभी की ज़िन्दगी पर गहरा असर डाला है। हर कोई किसी न किसी तकलीफ से गुज़र रहा है। कोई अपनों को खो रहा तो कोई ऑक्सीजन और दवाइयों के लिए तरस रहा है। इस महामारी से न सिर्फ लोग मर रहे हैं, बल्कि बहुत से लोगों को आर्थिक तंगी का सामना भी करना पड़ रहा है। अक्सर लोग बाहर निकलने वालो पर भड़कते है लेकिन कुछ लोगो के लिए बाहर जाकर अपनी रोजी रोटी कमाया बहुत ज़रूरी हो गया है।
लोग अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए कोरोना संकट में भी काम करने के लिए तैयार है। इनमें फिल्मी सितारे भी शामिल है। अब खबर आई हैं की साउथ सुपरस्टार एक्टर कमल हासन की बेटी और एक्ट्रेस श्रुति हासन को इस महामारी में अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए काम करना पड़ रहा है। श्रुति हासन ने हाल ही में इस बात पर खुलकर बात की है कि इस मुश्किल समय में काम करना कैसा है और वो महामारी के बावजूद काम क्यों कर रही हैं। साथ ही उन्होंने यह भी बताया है कि उनकी आर्थिक हालत ठीक न होने की वजह से ही वो इस महामारी के बीच भी शूटिंग करने को तैयार हैं। श्रुति हासन का मानना है कि उन्हें काम पर वापस जाना है क्योंकि वो छिपकर महामारी खत्म होने का इंतजार नहीं कर सकतीं।
श्रुति हासन ने हाल ही में कोरोना वायरस से लगे लॉकडाउन को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की। श्रुति हासन ने कहा, 'बिना मास्क के सेट पर रहना बहुत डरावना है। मैं झूठ नहीं बोलूंगी, लेकिन हम काम पर वापस जाना चाहते हैं क्योंकि मेरे साथ हर किसी की तरह आर्थिक परेशानियां हैं। जब शूटिंग की तैयारी होती है, तो मैं बाहर जाना चाहती हूं, क्योंकि मेरे पास शूटिंग पूरी करने के साथ बाकी प्रोफेशनल कमिटमेंट भी हैं, जिन्हें मुझे पूरा करने की जरूरत है। हम अलग-अलग रुपये कमाते हैं, लेकिन हम सभी के पास भुगतान करने के लिए बिल हैं और इसलिए मुझे काम पर वापस जाना होगा।' श्रुति हासन ने कहा है, 'मेरी अपनी सीमाएं हैं। मेरे पास मेरे डैडी या मम्मी मेरी मदद करने के लिए नहीं हैं।'
श्रुति हासन ने इस बात की भी जानकारी दी है कि उन्हें आर्थिक तंगी से क्यों जूझना पड़ रहा है। उन्होंने बताया है कि कोरोना वायरस की महामारी से पहले उन्होंने अपने लिए घर खरीदा था। जहां वो अपने परिवार से अलग रहती हैं, इसलिए फिलहाल श्रुति हासन को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा हैं। वहीं एक्ट्रेस ने भगवान का इसलिए आभार व्यक्त किया है कि उन्हें केवल अपनी ईएमआई बिलों का भुगतान करना है जबकि आज के समय में ऐसे भी लोग हैं जिनके पास खाना और दवा खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं।