तनुश्री दत्ता बॉलीवुड फिल्मों से लंबे समय से दूर हैं। वो ज्यादातर समय यूएस में रहती हैं लेकिन वो अक्सर अपनी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करती रहती हैं। तनुश्री दत्ता कई बार कंट्रोवर्सी का भी शिकार हो चुकी हैं। तनुश्री दत्ता काफी समय से खबरों से दूर हैं लेकिन अब वो एक बार फिर चर्चा में हैं। दरअसल, उन्होंने अपनी विकिपीडिया प्रोफाइल के अधूरे होने की बात की है। साथ ही उन्होंने अपनी अचीवमेंट के बारे में कहा है।
एक्ट्रेस तनुश्री दत्ता ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपनी एक तस्वीर शेयर की। इस तस्वीर के साथ ही उन्होंने एक लंबा चौड़ा कैप्शन भी लिखा है। तनुश्री ने कैप्शन में लिखा, 'हैलो दोस्तों, यहां पर कुछ है, जो मुझे काफी वक्त से परेशान कर रहा है और वो है मेरा विकिपीडिया प्रोफाइल। इस प्रोफाइल में मेरे बारे में थोड़ा बहुत नहीं बल्कि काफी कुछ गलत लिखा गया है। इसमें मुझे सिर्फ इंडियन मॉडल बताया या है और मेरी साख को कम कर रहा है। मैंने इसे चेंज करने की कोशिश की, लेकिन हर बार वही पहले वाला हो जाता है।'
तनुश्री ने आगे लिखा, 'पहली बात मैं 'मिस इंडिया यूनिवर्स' और बॉलीवुड अभिनेत्री हूं / एक स्टार हूं, लेकिन विकिपीडिया मुझे सिर्फ इंडियन मॉडल बता रहा है। जब लोग किसी पब्लिक फिगर के बारे में चेक करते है तो सबसे पहले उनके काम या अवॉर्ड्स आदि के बारे में गूगल करते हैं। लेकिन मेरे बारे में सब अजीब और बकवास लिखा है। आप खुद कल्पना कीजिए मैंने अपने एक ही जीवन में इतना सब कुछ किया इसके बावजूद मेरे बारे में एक सीधा, अच्छा और सही विकिपीडिया प्रेजेंटेशन भी नहीं है। ये भी हो सकता है कि शायद टूल्स सही हैं और मेरे अवॉर्ड्स और उपलब्धियां सही शो नहीं हो पा रही है।'
वह आगे लिखती हैं, 'मैंने अब वैसे भी इस तरह की अजीब चीजों को छोड़ दिया है। क्योंकि मुझे लगता है कि मैं इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं कर सकती। अगर कोई मदद कर सकता है तो प्लीज करें। मुझे लगता है कि 2022 में मेरे लिए बहुत अच्छा होने जा रहा है।' बता दें कि एक्ट्रेस की पोस्ट पर लगातार फैंस के रिएक्शन आ रहे हैं। वहीं उनका ये पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
तनुश्री दत्ता ने 2018 में सुर्खियां बटोरी थी जब मीटू के दौरान उन्होंने नाना पाटेकर पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे लेकिन लंबी जांच के बाद पुलिस ने इस मामले को बंद करने का फैसला लिया था। जांच में तनुश्री दत्ता के अरोपों को आधारहीन माना गया। इस केस में पुलिस ने ‘बी रिपोर्ट’ फाइल की थी। बी रिपोर्ट तब फाइल की जाती है जब पुलिस को आरोपी खिलाफ एक भी सबूत नहीं मिलता है।