अक्षय कुमार और मानुषी छिल्लर की आने वाली फिल्म ‘पृथ्वीराज’ को लेकर मचा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। अक्षय और मानुषी के फैंस जहां फिल्म ‘पृथ्वीराज’ के रिलीज होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। वहीं, करणी सेना फिल्म को बैन करने की मांग पर अड़ी हुई है। मामला अब कोर्ट तक पहुंच गया है। करणी सेना की जनहित याचिका दायर की थी, जिस पर इलाहाबाद हाई कोर्ट के लखनऊ बेंच ने केंद्रीय सरकार से सवाल किया है।
कोर्ट ने केंद्र सरकार से पूछा है कि क्या सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सेंसर बोर्ड) फिल्म ‘पृथ्वीराज’ को सर्टिफिकेट जारी कर दिया है या नहीं। कोर्ट ने 2 हफ्ते बाद इस मामले की सुनवाई की अगली तारीख तय की है। जस्टिस एआर मसूदी और जस्टिस एनके जहूरी की बेंच इस मामले की सुनवाई कर रही है।
करणी सेना की संगीता सिंह ने अपनी याचिका में यह कहते हुए फिल्म पर बैन की मांग की है कि इसमें हिंदू सम्राट पृथ्वीराज की ‘गलत और अश्लील’ इमेज दिखाई गई है जिससे समाज की भावनाएं आहत होती हैं। याचिकाकर्ता ने कहा है कि फिल्म अपने आप में खुद को विवादित बनाती है और इसलिए इस पर बैन लगना चाहिए।
बता दें कि यह दूसरा मौका है जबकि करणी सेना ने किसी फिल्म के रिलीज का विरोध किया है। इससे पहले साल 2017 में करणी सेना ने संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ के रिलीज का विरोध किया था। इसके बाद कुछ सीन और डायलॉग्स में परिवर्तन के साथ ही फिल्म का नाम बदलकर ‘पद्मावत’ कर दिया गया था।