फिल्ममेकर लीना
मणिमेकलई की डाक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ के पोस्टर ने सोशल मीडिया
पर नया विवाद खड़ा कर दिया है। फिल्म के पोस्टर में सिगरेट पीते हुए एक हाथ में LGBT समुदाय का झंडा तो दूसरे हाथ में त्रिशूल…कुछ
इस तरह दिख रही हैं माता काली। लोगों ने पोस्टर को पूरी तरह नकारते हुए फिल्ममेकर
पर भावनाएं आहत करने का आरोप लगाया है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने तो पोस्टर का
जमकर विरोध करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कठोर कार्रवाई की मांग तक कर
डाली है।
लीना मणिमेकलई ने
2 जुलाई को ‘काली’ के पोस्टर को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए
लिखा कि, “रिदम ऑफ़ कनाडा के हिस्से
के तौर पर आगा खान स्टेडियम में अपनी हालिया फिल्म को लॉन्च करते हुए बेहद
रोमांचित हूं। मैंने यह परफॉर्मेंस डॉक्युमेंट्री सीईआरसी इन माइग्रेशन एंड
इंटीग्रेशन को-हॉर्ट के रूप में बनाई है। अपने क्रू के साथ एक्साइटेड महसूस कर रही
हूं।”
पोस्टर शेयर करते
ही सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने लीना मणिमेकलई पर हिंदू
भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया है। यूजर्स का मानना है कि ये माता काली का
अपमान है। कुछ यूजर्स ने #ArrestLeenaManimekalai ट्रेंड चला कर फिल्ममेकर को अरेस्ट करने की मांग कर रहे हैं।
एक सोशल मीडिया
यूजर ने लिखा कि, “शर्म करो, माँ काली का ये स्वरूप जो दिखाया है वो तुम्हारा है ना कि माँ काली का और इस
बात का दंड मां काली स्वयं देंगी तुम्हें। इस दुष्कर्म के लिए तुम्हें कभी भी
क्षमा दान नहीं मिलेगा।
वहीं दूसरे यूजर
ने PMO और गृहमंत्री अमित शाह को टैग करते हुए लिखा
कि, “माननीय @AmitShah जी, क्या इसी तरह अपमान सहता रहेगा सनातन समाज ? माँ काली को लेकर इसकी
इतनी धृष्ठता, अगर दूसरे धर्म के विरुद्ध इसने कुछ किया होता
तो देश भर में बवाल हो गया होता। बहुत सब्र करता है सनातनी पर आप तो सरकार हो तो
कानूनी कार्यवाही का आदेश दीजिए।
आपको बता दें कि लीना
मणिमेकलई स्वतंत्र फिल्ममेकर, पोएट और एक्ट्रेस हैं। 2003 में इनकी पहली
डाक्यूमेंट्री फिल्म ‘महात्मा’ आयी थी। लीना मणिमेकलई की फिल्में दलित महिला
संग होने वाली हिंसा पर केंद्रित होती हैं।