जयपुर : विश्व हिन्दू परिषद सहित दक्षिणपंथी संगठनों ने दोहराया कि वे संजय लीला भंसाली की विवादित फिल्म ‘पद्मावत’ का मजबूती से विरोध करेंगे। फिल्म ‘पद्मावत’ 25 जनवरी को परदे पर उतरेगी। विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगडिया ने कहा कि फिल्म पद्मावत के प्रदर्शन का विहिप, बजरंग दल और उससे जुडे़ संगठन विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि हिन्दू संगठनों को सड़कों पर उतरकर लोकतांत्रिक तरीके से फिल्म का विरोध करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह मामला केवल राजपूत समाज का नहीं है बल्कि उन सब हिन्दू जातियों का है, जिन्होंने अपने आत्मसम्मान के लिये जौहर किया था। उन्होंने कहा कि जिस तरह से केन्द्र सरकार ने जलीकुट्टी मामले में उच्चतम न्यायालय के निर्णय के विरूद्व अध्यादेश लेकर आई थी उसी तरह फिल्म पद्मावत पर प्रतिबंध लगाने के लिये अध्यादेश लाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यदि ऐसा नहीं होता है तो जनता को फिल्म को परदे पर उतरने से रोकने के लिये जनता कर्फ्यू लगाने के लिये आगे आना चाहिए। राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेडी ने भी विहिप की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि केन्द्र को फिल्म पर प्रतिबंध लगाने के लिये अध्यादेश लेकर आना चाहिए। उन्होंने कहा कि सेंसर बोर्ड केन्द्र सरकार के अधीन कार्य करता है। इसलिये केन्द्र सरकार को फिल्म को परदे पर नहीं उतरने के लिये कदम उठाने चाहिए। लोगों ने आज से रास्ता रोको अभियान की शुरूआत की है और कल से रेलवे रोको अभियान भी किया जा सकता है। इसके लिये सेंसर बोर्ड और केन्द्र सरकार जिम्मेदार होगी। वहीं आज भीलवाडा में एक 20 वर्षीय युवक राजेन्द्र सिंह ने फिल्म पर प्रतिबंध की मांग को लेकर एक मोबाइल टावर पर चढकर विरोध प्रदर्शन किया।
भीलवाडा के पुलिस अधीक्षक प्रदीप मोहन शर्मा ने बताया कि युवक को समझााईश के बाद मोबाइल टावर से उतार लिया गया। संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत का विरोध कर रहे संगठन सेंसर बोर्ड द्वारा फिल्म में कुछ सुधार के बाद फिल्म को हरी झंडी देने से नाराज है। इधर पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि रानी पद्मिनी देश की और प्रदेश के लोगों के लिये एक आदर्श है और इतिहास के तथ्यों के साथ छेडछाड करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। पुलिस के अनुसार फिल्म के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने राजसमंद और बाडमेर जिले में कुछ समय के लिये राजमार्ग को जाम किया।
राजस्थान के गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि मेवाड राज परिवार के अरविंद सिंह ने फिल्म देखी है और यदि करणी सेना और मेवाड राज परिवार राज्य सरकार की उच्चतम न्यायालय में दायर पुनर्याचिका में पार्टी बनते है तो मामला मजबूत हो जायेगा। उन्होंने कहा कि जनता के साथ साथ हम लोग भी प्रभावित है। लोगों की भावनाओं और कानून व्यवस्थाओं के लिये संविधान और कानून के दायरे में रहकर हरसंभव प्रयास किये जायेंगे। राजस्थान सरकार ने प्रदेश में फिल्म पर लगाये गये प्रतिबंध पर उच्चतम न्यायालय के निर्णय के खिलाफ आज उच्चतम न्यायालय में अर्जी दायर की है। वहीं, जाने माने फिल्म वितरक यशराज जय पिक्चर्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक राज बंसल ने आज एक बयान जारी कर बताया कि फिल्म का वितरण नहीं करने का निर्णय लिया गया।
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