ईरान में महिलाएं हिजाब
के के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। ईरानी महिलाएं अपने पसंद के कपड़े पहनने की आजादी
के लिए पिछले महीने से विरोध कर रही है। महसा अमीनी नाम की महिला की मौत के बाद से
ईरान में हिजाब और नैतिकता पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन तेज हो गया। लेकिन धीरे-धीरे
ये प्रदर्शन पूरे विश्व में फैल गया है। विश्व के हर कोने से ईरानी महिलाओं के लिए
आवाज उठाई जा रही है। बता दें कि इस प्रदर्शन में महिलाएं अपने बालों को काट कर
विरोध व्यक्त कर रही हैं। ग्लोबल ऑइकन प्रियंका चोपड़ा ने भी ईरानी महिलाओं के समर्थन
में आवाज उठाई थी। अब बॉलीवुड एक्ट्रेस उर्वशी रौतेला ने ईरानी महिलाओं के लिए बाल
कटवा दिए हैं।
ईरान में महसा अमिनी नाम
की महिला को हिजाब सही तरीके से ना पहनने की वजह से गिरफ्तार किया गया था। जिसके
बाद नैतिकता पुलिस के हिरासत में रहते हुए महिला की मौत हो गई। ईरानी महिलाओं का
मानना है कि पुलिस के पीटने की वजह से महसा की मौत हुई है। वहीं पुलिस ने इससे
इंकार किया है। महसा की मौत के बाद से ईरान में क्रांति की लहर दौड़ गई। लेकिन इस
प्रदर्शल में भी बहुत सी महिलाओं के मरने की खबर सामने आ रही है।
एक्ट्रेस उर्वशी रौतेला
ने सोशल मीडिया पर ना सिर्फ महसा अमिनी बल्कि उत्तराखंड की अंकिता भंडारी के लिए
भी पोस्ट किया है। एक्ट्रेस ने बाल कटवाते हुए अपनी तस्वीर को पोस्ट करते हुए लिखा
कि, मेरे बाल काट दिए! ईरानी नैतिकता पुलिस द्वारा और सभी लड़कियों के लिए महसा
अमिनी की गिरफ्तारी के बाद विरोध में मारे गए ईरानी महिलाओं और लड़कियों के समर्थन
में मेरे बाल काट रहे हैं। और 19 साल की बच्ची के लिए उत्तराखंड की अंकिता भंडारी।
दुनिया भर में महिलाएं बाल काटकर ईरानी सरकार के विरोध में एकजुट हो रही हैं।
महिलाओं का सम्मान करें महिला क्रांति के लिए एक वैश्विक प्रतीक।
उर्वशी ने आगे लिखा कि, बालों
को महिलाओं की खूबसूरती का प्रतीक माना जाता है। सार्वजनिक रूप से बाल काटकर, महिलाएं दिखा रही हैं कि उन्हें समाज के सौंदर्य मानकों की परवाह नहीं है और
वे किसी भी चीज़ या किसी को यह तय नहीं करने देंगे कि वे कैसे कपड़े पहनते हैं, व्यवहार करते हैं या रहते हैं। एक बार जब महिलाएं एक साथ आती हैं और एक महिला
के मुद्दे को पूरी नारी जाति का मुद्दा मानती हैं, तो नारीवाद में एक नया
जोश दिखाई देगा।
वहीं, कुछ लोग एक्ट्रेस
के इस कदम की तारीफ कर रहे हैं। तो कुछ उर्वशी को ट्रोल भी कर रहे हैं। एक यूजर ने
कमेंट करते हुए लिखा कि, भारत की मुस्लिम
छात्राओं के बारे में क्या? जो स्कूल नहीं जा सकती क्योंकी यहां की सरकार
ने उन को कहा है वो हिजाब नहीं ले सकती जो की उनकी खुद की पसंद की आजादी है क्या आप उन लड़कियों के साथ भी हो। एक अन्य
यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा कि, खुदके घर का हाल
देखो आंटी पहले… फिर ईरान जाना..।