टीवी एक्टर पर्ल वी पुरी पर एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म करने का इलज़ाम लगा है जिसके बाद POCSO के तहत वो जेल की सलाखों के पीछे कैद है। ऐसे में उनके कुछ दोस्त और को- स्टार्स उनका जमकर समर्थन कर रहे है। ये मामला हर रोज़ पहले से और भी ज़्यादा संगीन होता जा रहा है।
आपको बता दे, पर्ल के ऊपर मामला दर्ज होने के बाद डेली सोप क्वीन एकता कपूर ने खुलासा किया था कि उनकी कथित पीड़िता की मां के साथ बातचीत हुई है जिसमें उन्होंने कहा है कि पर्ल के ऊपर लगाए जा रहे आरोप झूठे हैं। जिसके बाद उनकी फ़ोन पर हुई बातचीत की ऑडियो भी वायरल हुई थी। वहीं अब पहली बार कथित पीड़िता की मां ने इस मामले को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी है।
हाल ही में एक्ट्रेस एकता शर्मा ने अपनी बात रखने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया है। एकता शर्मा ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट के जरिए एक पोस्ट शेयर की है। इस पोस्ट के जरिए एकता ने अपने अब तक चुप्पी साधे रखने का कारण बताया है। एकता ने इस पोस्ट में लिखा, ‘कई लोग मुझे फोन कर कह रहे हैं कि मैं मीडिया के सामने आऊं और बात करूं। मेरी चुप्पी को मेरी कमजोरी नहीं समझना चाहिए। न्यायपालिका पर मेरे सम्मान और विश्वास ने मुझे यह कदम उठाने के लिए मजबूर किया है।’
आगे एकता ने लिखा, ‘कई लोगों ने मुझे और मेरी बेटी को पब्लिक के सामने घटिया बुलाना चुना, जो कानून के मुताबिक सही नहीं है। एक पीड़ित का नाम सार्वजनिक करना अपराध है। मैंने चुप रहना चुना है क्योंकि ये कंप्लेंट मैंने नहीं लिखवाई है। जो भी सच है वो जरूर सबके सामने आएगा। मामला अभी विचाराधीन है और इसलिए मैं किसी से बात नहीं कर रही हूं क्योंकि कस्टडी का मामला हाई कोर्ट में पेंडिंग है और मेरी सभी से रिक्वेस्ट है कि कृपया कानून व्यवस्था का मजाक न बनाएं क्योंकि मैंने संबंधित अधिकारियों को बयान दे दिया है। सच्चाई को बाहर आने दो।’
वहीं एकता की इस पोस्ट पर कई लोग उनके सपोर्ट में नजर आ रहे हैं तो वहीं कई लोग उन्हें आगे आकर पर्ल को बचाने के लिए भी कह रहे हैं। वहीं दिव्या खोसला कुमार ने भी इस पोस्ट पर कमेंट कर उनसे कई सवाल पूछे हैं। दिव्या ने कमेंट में लिखा, ‘पर्ल ने कुछ दिन पहले ही अपने पिता को खो दिया है, उनकी मां कैंसर पेशेंट हैं। उनके पास कोई भी मदद के लिए नहीं है। वो कई बार रोते हुए मुझे फोन कर चुकी हैं। वो सलाखों के पीछे है दुष्कर्म के मामले में कई धाराएं लगीं है जिनपर जमानत मिलना भी नामुमकिन है। हाईकोर्ट कोविड और छुट्टियों की वजह से बंद है। अगर ऐसे समय में पर्ल की मां को कुछ हो जाता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा? क्योंकि कानून तो अपना समय लेगा। तुम्हारे पास बहुत समय है लेकिन एक बुजुर्ग कैंसर से लड़ रहा है। क्या तुम इस पूरे मामले की सेंसिटिविटी को समझ रही हो?’