बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता विश्व मोहन वडोला का 84 साल की उम्र में निधन हो गया। सोमवार शाम को विश्व मोहन वडोला ने अपनी अंतिम सांस ली। काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। टीवी के कई लोकप्रिय शो और हिंदी फिल्मों में काम किया था। थियेटर जगत के मशहूर कलाकारों की लिस्ट में उनका नाम शुमार है।
विश्व मोहन वडोला के निधन की खबर के बारे मकें उनके परिवार के नजदीकी सूत्रों के हवाले से एक्टर ने सोमवार देर शाम को अपने आवास में आखिरी सांस ली। अपनी यात्रा की शुरुआत वडोला ने पेशेवर पत्रकार के तौर पर शुरु की थी लेकिन उसके बाद कला जगत में उन्होंने अपना कदम रख दिया था। फिर दिल्ली के थियेटरों में उन्होंने काम करना शुरु किया था।
आकाशवाणी के लिए चार सौ से ज्यादा नाटक वडोला ने अपने पांच दशक के कैरियर में किए थे। उन्होंने आशुतोष गोवारिकर की फिल्म “स्वदेस” समेत कई लोकप्रिय फिल्मों में भी काम किया था। वडोला ने गोवारिकर की 2008 में आई फिल्म “जोधा अकबर” और राजकुमार हिरानी की “लगे रहो मुन्नाभाई” में भी अभिनय किया था। उन्होंने ‘जॉली एलएलबी 2’ में भी काम किया था।
वडोला के बेटे और प्रसिद्ध अभिनेता वरुण वडोला ने मंगलवार को इंस्टाग्राम पर एक भावनात्मक पोस्ट लिखकर अपने पिता के निधन की पुष्टि की। वरुण वडोला ने लिखा, तमाम लोग यह शिकायत करते हैं कि उनके बच्चे उनकी नहीं सुनते। कई लोग यह बात भूल जाते हैं कि बच्चे उन्हें देख रहे हैं। मेरे पिता ने कभी मुझे बिठाकर कुछ नहीं सिखाया।
वरुण वडोला ने आगे लिखा, उन्होंने मुझे सिखाने के लिए जीवन जीया। उन्होंने ऐसी मिसाल पेश की कि मेरे सामने उसे मानने के सिवा कोई दूसरा रास्ता नहीं था। अगर आपको लगता है कि मैं अच्छा कलाकार हूं, तो इसके लिए वही ज़िम्मेदार हैं। अगर मैं लिखता हूं तो इसका श्रेय उन्हें ही जाता है। अगर मुझमें गायकी का उनका दशांश हुनर भी होता तो मैं सिंगर बन जाता।