बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत की 'इमरजेंसी' फिल्म की रिलीज को पोस्टपोन कर दिया गया है। यह फिल्म 6 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली थी, लेकिन अब दर्शकों को इस फिल्म की रिलीज का और इंतजार करना होगा। दरअसल, सेंसर बोर्ड की ओर से फिल्म को सर्टिफिकेट न मिलने की वजह से यह फैसला लिया गया है।
कंगना रनौत पिछले कई दिनों से चर्चा में हैं, अभिनेत्री की अपकमिंग फिल्म 'इमरजेंसी' की रिलीज को फिर से पोस्टपोन कर दिया गया है। कंगना रनौत ने देश के इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण और चर्चित विषय 'आपातकाल' पर फिल्म बनाई है, जो 1975 से 1977 के दौरान देशभर में लागू की गई थी। वहीं एक्ट्रेस कंगना की टीम के एक सूत्र ने जानकारी दी है कि सेंसर बोर्ड की ओर से फिल्म को अब तक हरी झंडी न मिलने की वजह से यह फैसला लिया गया है।
कुछ दिनों पहलें कंगना रनौत ने एक्स हैंडल के जरिए ये जानकारी दी थी कि फिल्म को सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट नहीं मिली है। एक वीडियो शेयर करते हुए कंगना ने फिल्म को सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट न मिलने को लेकर अपना दर्द शेयर किया था। उन्होंने कहा था,"'हमारी फिल्म क्लियर हो गई थी, लेकिन उसका सर्टिफिकेशन रोक लिया गया है, क्योंकि बहुत ज्यादा धमकी मिल रही है। सेंसर बोर्ड वालों को भी धमकी मिल रही है। हम पर यह दबाव है कि हम इंदिरा गांधी की मौत न दिखाएं, जरनैल सिंह भिंडरावाले को न दिखाएं, पंजाब दंगे के सीन न दिखाएं, फिर दिखाएं क्या। मुझे माफ करें, मेरे लिए यह समय और पैदा हुए इस हालात पर विश्वास कर पाना कठिन हो गया है। इस देश के एक स्टेट में यह सब हो रहा है।" हालांकि, कंगना यह भी कह चुकीं हैं कि अगर उनकी फिल्म को रिलीज से पहले सर्टिफिकेट नहीं मिला तो वह इसके लिए कोर्ट में लड़ाई करेंगी।
बता दें, इमरजेंसी एक पॉलीटिकल ड्रामा है, जिसमें कंगना रनौत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के किरदार में दिखाई देंगी। इसी फिल्म के साथ कंगना अपने सिंगल निर्देशन की शुरुआत भी कर रही हैं। फिल्म में श्रेयस तलपड़े दिवंगत पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के किरदार में, अनुपम खेर जयप्रकाश नारायण के किरदार में, महिमा चौधरी सांस्कृतिक कार्यकर्ता के रूप में और इंदिरा गांधी की विश्वासपात्र पुपुल जयकर और मिलिंद सोमन फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ के रूप के किरदार में दिखाई देंगे।