वित्त सचिव राजीव कुमार ने कहा कि 34 केंद्रीय उपक्रम पहले ही अगस्त तक 48,077 करोड़ रुपये खर्च कर चुके हैं। केंद्रीय उपक्रम दिसंबर 2019 तक 50,159 करोड़ रुपये और चौथी तिमाही में 54,700 करोड़ रुपये खर्च करेंगे। उन्होंने कहा कि व्यय योजना पटरी पर है और चालू वित्त वर्ष में तय लक्ष्य को पा लिया जाएगा। व्यय सचिव गिरीश चंद्र मुर्मू ने कहा कि सभी 242 केंद्रीय उपक्रमों का पूंजीगत खर्च चार लाख करोड़ रुपये से अधिक होगा।
उन्होंने कहा कि कुछ एजेंसियों ने सरकार से विस्तृत बजटीय मदद की मांग की है। जब संशोधित आकलन को लेकर बैठक होगी, इस बारे में निर्णय लिया जाएगा। मुर्मू ने बकाया भुगतान के बारे में कहा कि कुल 60 हजार करोड़ रुपये में से 55 हजार करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि इस बात को लेकर सारे प्रयास किये जा रहे हैं कि निवेश पटरी पर रहे तथा तरलता का संकट नहीं हो।