देश में एक तरफ कोरोना महामारी का कहर है तो दूसरी तरफ अब महंगाई की मार ने लोगों की परेशनिया बढ़ा दी है। दरअसल सोमवार दिल्ली में पेट्रोल का दाम 91.53 रूपए जबकि डीजल का दाम 82.06 रूपए प्रति लीटर पर पहुंच गया है । मुंबई में पेट्रोल की कीमत 97.86 रूपए और डीजल की कीमत 89.17 रूपए प्रति लीटर है।
सरकारी तेल कंपनियों की ओर से लगातार तीसरे दिन भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी की गई है। आज डीजल की कीमत में 30 से 31 पैसे तक की बढ़ोतरी हुई है, तो वहीं पेट्रोल की कीमत भी 24 से 25 पैसे तक बढ़ी है। इस साल अब तक पेट्रोल और डीजल की कीमतों में क्रमश: 3.89 रूपए व 3.86 रूपए प्रति लीटर की वृद्धि हो चुकी है।
हालांकि ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने चुनावों के कारण बीते 18 दिन से कीमतों में बढ़ोतरी को रोक रखा था. उसके बाद 4 दिन लगातार तेल के दाम बढ़े. पेट्रोल और डीजल की कीमतों में मंगलवार को क्रमश 15 पैसे और 18 पैसे प्रति लीटर, बुधवार को क्रमश: 19 पैसे और 21 पैसे प्रति लीटर और गुरुवार को क्रमश 25 और 30 पैसे की बढ़ोतरी हुई थी।
बता दें कि प्रतिदिन सुबह छह बजे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है। सुबह छह बजे से ही नई दरें लागू हो जाती हैं। पेट्रोल व डीजल के दाम में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोड़ने के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो जाता है।
इन्हीं मानकों के आधार पर पर पेट्रोल रेट और डीजल रेट रोज तय करने का काम तेल कंपनियां करती हैं। डीलर पेट्रोल पंप चलाने वाले लोग हैं। वे खुद को खुदरा कीमतों पर उपभोक्ताओं के अंत में करों और अपने स्वयं के मार्जिन जोड़ने के बाद पेट्रोल बेचते हैं। पेट्रोल रेट और डीजल रेट में यह कॉस्ट भी जुड़ती है।