एअर इंडिया का हैंडओवर 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के बाद किसी भी दिन होने की उम्मीद है। वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि एअर इंडिया को इस सप्ताह के अंत तक टाटा समूह को सौंप दिए जाने की संभावना है। आपको बता दें कि सरकार ने पिछले साल 8 अक्टूबर को एअर इंडिया को टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी की सब्सिडियरी टैलेस प्राइवेट लिमिटेड को 18,000 करोड़ रुपये में बेच दिया था। उसके बाद, 11 अक्टूबर को टाटा ग्रुप को एक आशय पत्र जारी किया गया था, जिसमें एयरलाइन में अपनी 100 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की सरकार की इच्छा की पुष्टि की गई थी।
18,000 करोड़ रुपये में हुआ था सौदा
गौरतलब है कि सरकार ने बीते साल 8 अक्तूबर 2021 को एयर इंडिया को टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी की सब्सिडियरी टैलेस प्राइवेट लिमिटेड को 18,000 करोड़ रुपये में बेच दिया था। इसके बाद 11 अक्तूबर को टाटा ग्रुप को एक आशय पत्र जारी किया गया था, जिसमें एयरलाइन में अपनी 100 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की सरकार की इच्छा की आधिकारिक पुष्टि कर दी गई थी। इसके बाद 25 अक्तूबर 21 को केंद्र ने इस सौदे के लिए शेयर खरीद समझौते (एसपीए) पर हस्ताक्षर किए थे।
टाटा समूह में तीसरा एयरलाइन ब्रांड
अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि इस सौदे को लेकर बाकी औपचारिकताएं अगले कुछ दिनों में पूरी होने की उम्मीद है और इस सप्ताह के अंत तक एयरलाइन को टाटा समूह को सौंप दिया जाएगा। सौदे के एक हिस्से के रूप में, टाटा समूह को एयर इंडिया एक्सप्रेस और ग्राउंड हैंडलिंग आर्म एयर इंडिया एसएटीएस में 50 प्रतिशत हिस्सेदारी भी सौंपी जाएगी। जबकि 2003-04 के बाद यह पहला निजीकरण होगा। इसके साथ ही टाटा समूह में एयर इंडिया तीसरा एयरलाइन ब्रांड होगा। इससे पहले एयरएशिया इंडिया और विस्तारा में समूह की बहुलांश हिस्सेदारी है।