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म्यूचुअल फंड : भारतीय म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री ने अगस्त 2024 में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया है। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स ऑफ इंडिया द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, म्यूचुअल फंड्स का कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) पहली बार 65 लाख करोड़ रुपए के आंकड़े को पार कर गया है। यह वृद्धि भारतीय वित्तीय बाजारों में एक सकारात्मक संकेत है और निवेशकों के विश्वास को दर्शाती है।
Highlight :
अगस्त में म्यूचुअल फंड्स में 38,239 करोड़ रुपए का इनफ्लो दर्ज किया गया, जो जुलाई की तुलना में 3.03 प्रतिशत अधिक है। यह लगातार चौथा महीना है जब इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में 34,000 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश हुआ है, जिससे यह साबित होता है कि निवेशकों का इक्विटी के प्रति विश्वास मजबूत बना हुआ है।
सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के जरिए होने वाले निवेश ने भी अगस्त में नया रिकॉर्ड स्थापित किया। एसआईपी के तहत अगस्त में 23,547 करोड़ रुपए का निवेश हुआ, जबकि जुलाई में यह आंकड़ा 23,332 करोड़ रुपए था। यह लगातार इस वित्तीय वर्ष में एसआईपी द्वारा किए गए निवेश में वृद्धि को दर्शाता है, जो कि दीर्घकालिक निवेश की ओर बढ़ते रुझान को इंगित करता है।
अगस्त में विभिन्न प्रकार के फंड्स में निवेश के आंकड़े भी उत्साहजनक रहे। स्मॉलकैप फंड्स में 52 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 3,209.33 करोड़ रुपए का इनफ्लो हुआ। मिडकैप फंड्स में 86 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 3,054.68 करोड़ रुपए का निवेश हुआ, और लार्जकैप फंड्स में 293 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 2,636.86 करोड़ रुपए का इनफ्लो दर्ज किया गया। डेट म्यूचुअल फंड्स में भी अगस्त में 45,169.36 करोड़ रुपए का इनफ्लो हुआ, जो कि स्थिर और सुरक्षित निवेश के प्रति निवेशकों की रुचि को दर्शाता है।
मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के एसोसिएट डायरेक्टर हिमांशु श्रीवास्तव ने इस वृद्धि को भारतीय निवेश बाजार की ताकत और स्थिरता का संकेत बताया। उन्होंने कहा कि यह लगातार 42वां महीना है जब इक्विटी से जुड़े स्कीमों में निवेश में बढ़ोतरी देखी गई है, जो कि निवेशकों की दीर्घकालिक निवेश की रणनीति को दर्शाता है।
अगस्त में म्यूचुअल फंड फोलियो की संख्या भी 3.16 प्रतिशत बढ़कर 14.3 करोड़ हो गई, जबकि जुलाई में यह संख्या 13.8 करोड़ थी। इसके अतिरिक्त, अगस्त में छह नई म्यूचुअल फंड स्कीमों की लॉन्चिंग हुई, जिन्होंने कुल मिलाकर 11,067 करोड़ रुपए एकत्र किए। इसी महीने 10 पैसिव फंड भी लॉन्च हुए, जिनमें 884 करोड़ रुपए का निवेश हुआ। यह आंकड़े भारतीय म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की निरंतर वृद्धि और निवेशकों की बढ़ती भागीदारी को स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं। इस वृद्धि के साथ, भारतीय म्यूचुअल फंड्स बाजार विश्व स्तर पर भी एक महत्वपूर्ण स्थान पर आ गया है।
नोट – इस खबर में दी गयी जानकारी निवेश के लिए सलाह नहीं है। ये सिर्फ मार्किट के ट्रेंड और एक्सपर्ट्स के बारे में दी गयी जानकारी है। कृपया निवेश से पहले अपनी सूझबूझ और समझदारी का इस्तेमाल जरूर करें। इसमें प्रकाशित सामग्री की जिम्मेदारी संस्थान की नहीं है।