इंडिगो के सीईओ रोनोजॉय दत्ता ने शनिवार को कहा कि एयरलाइन के प्रवर्तकों राकेश गंगवाल और राहुल भाटिया के बीच कुछ मुद्दों पर मतभेद हो सकते हैं लेकिन कंपनी का इस तरह के मुद्दों को सुलझाने का काफी अच्छा रिकॉर्ड रहा है।
दत्ता ने शनिवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा, ”यदि मौजूदा मतभेदों को सुलझाया नहीं जा सका तो आपको (मीडिया को) इस बारे में पता चल जाएगा। लेकिन इस संबंध में अटकलबाजी लगाने से कोई फायदा नहीं होगा।”
इंडिगो एयरलाइन के प्रवर्तकों गंगवाल और भाटिया के बीच मतभेद की खबरें बृहस्पतिवार को मीडिया में आने के बाद दत्ता की ओर से यह पहला वक्तव्य जारी किया गया है।
दत्ता ने कहा, ”हम सभी जानते हैं कि किसी भी मजबूत और बेहतर ढंग से व्यवस्थित कंपनी में कुछ-ना-कुछ मतभेद होते हैं।”
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उन्होंने कहा, ”बेशक वर्तमान में भी कुछ मुद्दों पर मतभेद हो सकते हैं लेकिन कंपनी का मुद्दों को सुलझाने का अच्छा रिकॉर्ड रहा है और आगे भी जो मुद्दे आएंगे, उन्हें सुलझा लिया जाएगा।”
दत्ता ने कहा कि इंडिगो की टीम को आपस में बंटा हुआ दिखाये जाने के सभी प्रयासों से वह पूरी तरह खिन्न हैं और उन्हें खारिज करते हैं।
इंडिगो का संचालन करने वाली इंटरग्लोब एविएशन में भाटिया की करीब 38 प्रतिशत की हिस्सेदारी है जबकि गंगवाल के पास 37 प्रतिशत हिस्सेदारी है। यह कंपनी बंबई शेयर बाजार में सूचीबद्ध है।
दत्ता ने कहा कि गंगवाल ने अपनी ओर से यह वक्तव्य जारी करने के लिये उन्हें (दत्ता को) अधिकृत किया है, ”मैं स्पष्ट तौर पर यह कहना चाहता हूं कि आरजी (राकेश गंगवाल) समूह का कंपनी का नियंत्रण अपने हाथ में लेने में न तो कोई रूचि है और ना ही ऐसी कोई इच्छा है।”
सीईओ के मुताबिक गंगवाल का कहना है कि इस तरह के संदेशों पर भी रोक लग जानी चाहिए कि आरजी समूह कंपनी के शेयरधारक समझौते को लेकर फिर से बातचीत करवाने का प्रयास कर रहा है। गंगवाल का कहना है, ”मैं रिकॉर्ड पर यह बात कहना चाहता हूं कि आरजी समूह मौजूदा शेयरधारक समझौते के साथ है। वैसे भी यह समझौता इस साल अक्टूबर में समाप्त होने जा रहा है।”