मुंबई : गुजरात, हिमाचल विधानसभा के चुनाव परिणाम के दौरान तीव्र उठापटक वाले कारोबार में शेयर बाजार अंतत: तेजी के साथ बंद हुए। कारोबार की समाप्ति तक गुजरात और हिमाचल प्रदेश में भाजपा सरकारें बनने की उम्मीद पक्की होने से सेंसेक्स 139 अंक बढ़कर बंद हुआ। हालांकि शुरूआती रूझानों के दौरान दोनों दलों के बीच कांटे की टक्कर को देखते हुये बाजार में भारी उतार-चढ़ाव रहा। वोटों की गिनती के शुरूआती एक घंटे के रूझानों में दोनों पार्टी के बीच कांटे की टक्कर से जहां सेंसेक्स 867 अंक लुढ़ककर 33,000 अंक के नीचे पहुंच गया वहीं एनएसई निफ्टी 258 अंक का गोता लगा गया। लेकिन भाजपा की जीत के आसार बढ़ने के साथ स्थिति बदलती चली गयी।
बंबई शेयर बाजार का तीस शेयरों वाला सेंसेक्स मजबूती के साथ 33,801.90 अंक पर खुला और अंत में 138.71 अंक या 0.41 प्रतिशत की बढ़त के साथ 33,601.68 अंक पर बंद हुआ। यह 29 नवंबर के बाद बाजार का उच्च स्तर है। उस समय यह 33,602.76 अंक पर बंद हुआ था। पिछले दो कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स 409.93 अंक मजबूत हो चुका है। पचास शेयरों वाला एनएसई निफ्टी भी 55.50 अंक या 0.54 प्रतिशत की बढ़त के साथ 10,388.75 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी का 27 नवंबर के बाद यह उच्च स्तर है। कारोबार के दौरान यह 10,074.80 से 10,443.55 अंक के दायरे में रहा।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में तेजी रही। इसका कारण बैंकों में पूंजी डाले जाने की उम्मीद है जिसके बारे में ताजा जानकारी संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र से मिली। साथ ही निवेशकों की नजर अब जीएसटी मोर्चे में गतिविधियों पर होगी। सेंसेक्स के शेयरों में महिंद्रा एंड महिंद्रा में सर्वाधिक तेजी आयी। यह 2.71 प्रतिशत जबकि सन फार्मा तथा एसबीआई 2.06 प्रतिशत तक मजबूत हुए। इसके विपरीत यस बैंक, कोल इंडिया, इंफोसिस, आईटीसी, कोटक बैंक, एचडीएफसी तथा एनटीपीसी में मुनाफावसूली के कारण गिरावट दर्ज की गयी। वैश्विक स्तर पर दुनिया के प्रमुख शेयर बाजारों में तेजी दर्ज की गयी। इसका कारण अमेरिका में रिपब्लिकन कर विधेयक के पारित होने की संभावना मजबूत होना है।
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