नई दिल्ली : राष्ट्रीय कंपनी कानून अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) ने जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड द्वारा जेपी इंफ्राटेक को 758 एकड़ जमीन वापस करने के निर्णय को खारिज कर दिया। राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) की इलाहाबाद पीठ ने पिछले साल मई में जयप्रकाश एसोसिएट्स को ये जमीन उसकी अनुषंगी जेपी इंफ्राटेक को वापस करने का निर्देश दिया था।
एनसीएलटी ने जमीन हस्तांतरण को धोखाधड़ी वाला और कम मूल्यांकन वाला बताया था। इसके बाद सभी बैंकों और जयप्रकाश एसोसिएट्स ने एनसीएलटी के आदेश के खिलाफ एनसीएलएटी में अपील की। चेयरमैन एसजे मुखोपाध्याय की अध्यक्षता वाली एनसीएलएटी की दो सदस्यीय पीठ ने अपने आदेश में सभी बैंकों और जयप्रकाश एसोसिएट्स की याचिकाओं को स्वीकार करते हुए कहा कि लेन-देन सही थे और मूल्यांकन कम करने का आरोप साबित नहीं हुआ है।
एनसीएलएटी ने कहा कि एनसीएलटी की इलाहाबाद पीठ ने आदेश को गलत धारणा और तथ्यों को गलत आंकने के आधार पर जारी किया है जिसमें यह समझा गया कि जो लेनदेन हुआ है वह तरजीही लेनदेन के तौर पर हुआ।