नई दिल्ली : सीबीआई ने शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय से कहा कि वह कई निवेशकों को मोटी रकम मिलने का प्रोलभन देने वाली करोड़ों रूपये की बिटकॉइन पोंजी स्कीम की जांच अपने हाथों में लेने को तैयार है। ‘बिटकॉइन’ या ‘क्रिप्टोकरेंसी’ एक डिजिटल मुद्रा है। यह कंप्यूटर नेटवर्किंग पर आधारित होती है। यह भारत में वैध नहीं है।
सीबीआई ने न्यायमूर्ति एमआर शाह और न्यायमूर्ति एएस बोपन्ना की अवकाश पीठ के समक्ष यह कहा। पीठ इस मामले में गिरफ्तार एक आरोपी की जमानत याचिका पर सुनवाई कर रही है आरोपी ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि उसके खिलाफ कई राज्यों में मामले दर्ज किए गए हैं।
सॉलीसीटर जनरल तुषार मेहता ने सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से पेश होते हुए कहा कि यह करोड़ों रूपये का एक बहुत बड़ा घोटाला है और सीबीआई इसकी जांच अपने हाथों में लेने को तैयार है।