नई दिल्ली : देश में पिछले कुछ वर्षों में डिजिटल ट्रांजेक्शन में बड़ा उछाल आया है। लेकिन, देश की आधी आबादी फीचर फोन के कारण स्मार्टफोन के जरिये होने वाले यूपीआई लेनदेन का फायदा नहीं उठा पाती है। इसलिए, फीचर फोन रखने वाले लोगों को भी डिजिटल ट्रांजेक्शन का फायदा मिल सके, इसके लिए नैशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने भारत में फीचर फोन रखने वाले लोगों की मदद के लिए एक पेमेंट सॉल्यूशंस डिवेलप करने का खुला चैलेंज रखा है।
एनपीसीआई ने इसके लिए एक इनोवेटिव कॉम्पीटिशन को लेकर सीआईआईई डाट काम तथा बिल ऐंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के साथ कोलाबोरेशन किया है। ग्लोबल कॉम्पीटिशन की घोषणा फीचर फोन का पेमेंट सॉल्यूशंस तैयार करने के लिए एनपीसीआई ने एक ग्लोबल कॉम्पीटिशन की घोषणा की है। इसमें इंडिविजुअल और उपक्रम दोनों ही हिस्सा ले सकते हैं। इस चैलेंज के जरिये विजेताओं का चयन किया जाएगा।
पहले विजेता को 50,000 डॉलर (35 लाख रुपये) का इनाम तथा एनपीसीआई के साथ मिलकर पेमेंट सॉल्यूशन को डिवेलप करने का मौका मिलेगा। दूसरे विजेता को 30,000 डॉलर (21 लाख रुपये) का इनाम मिलेगा। वहीं, तीसरे विजेता को 20,000 डॉलर (14 लाख रुपये) का इनाम मिलेगा। एनपीसीआई ने डिवेलपर्स को इस चैलेंज के लिए अप्लाई करने को कहा है। आवेदन भरने की अंतिम तिथि 12 जनवरी, 2020 है।
केवल ऑनलाइन आवेदन ही स्वीकार : केवल ऑनलाइन प्रक्रिया से आए हुए ऐप्लिकेशन को ही स्वीकार किया जाएगा। सबसे बढ़िया सॉल्यूशन को शॉर्टलिस्ट कर आगे डिवेलप किया जाएगा। एनपीसीआई की वेबसाइट के अनुसार, जिन स्टार्टअप्स को शॉर्टलिस्ट किया जाएगा उन्हें एनपीसीआई एपीआई का एक्सेस मिलेगा, ताकि वे तकनीकी जरूरतों को समझ सकें।