वर्ष 2016 में नोटबंदी, माल एवं सेवाकर (जीएसटी) को लागू करना और डंपिंग-रोधी ढांचे के चलते चीनी टायरों का आयात कम होना शुरु हुआ है। ऑटोमोटिव टायर मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन (एट्मा) ने यह बात कही है। एट्मा के चेयरमैन कहा, अब यह कहा जा सकता है कि चीनी आयात आधे से कम हो गया है। नवंबर 2016 में नोटबंदी के दौरान यह 20% गिर गया था।
जीएसटी और डंपिंग रोधी शुल्क के चलते यह आगे और गिर गया। उन्होंने कहा कि चीनी टायरों आयात घटना शुरु हो गया है। मई 2016 में चीन से टायरों की 1,50,000 इकाइयां आयात की गई और अब इनका आयात घटकर 50,000 इकाई रह गया है। आगे इसमें और कमी आएगी। उन्होंने कहा कि टायर डीलरों में चीनी टायर नहीं खरीदने का विश्वास बढ़ा है क्योंकि उनका लाभ कम हुआ है।