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इलेक्ट्रॉनिक्स सामान बनाने वाली कंपनियों ने मांगी कर राहत

कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड एप्लायसेंस मैनुफैक्चरर्स एसोसिएशन (सीईएएमए) ने सरकार को दिये बजट पूर्व ज्ञापन में ऊर्जा दक्ष उत्पादों के विनिर्माण को प्रोत्साहन देने को कहा है।

नई दिल्ली : उपभोक्ता इलेक्ट्रानिक्स और उपकरण बनाने वाली कंपनियों ने पर्यावरण अनुकूल और ऊर्जा दक्ष उत्पादों पर कम कर का आग्रह किया है। साथ ही इस सप्ताह पेश होने वाले बजट में घरेलू विनिर्माण के लिये और प्रोत्साहन तथा उपकरणों के विनिर्माण में उपयोग होने वाले कच्चे माल पर सीमा शुल्क से छूट देने का अनुरोध किया है।
कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड एप्लायसेंस मैनुफैक्चरर्स एसोसिएशन (सीईएएमए) ने सरकार को दिये बजट पूर्व ज्ञापन में ऊर्जा दक्ष उत्पादों के विनिर्माण को प्रोत्साहन देने को कहा है। उनका कहना है कि यह सरकार के टिकाऊ विकास के लक्ष्य के अनुकूल होगा। सीईएएमए के अध्यक्ष कमल नंदी ने कहा कि एयर कंडीशनर (4 सितारा, 5 सितारा) और रेफ्रिजरेटर जैसे पर्यावरण अनुकूल व ऊर्जा दक्ष उत्पादों के लिये जीएसटी की दर को 12 प्रतिशत किये जाने से मांग बढ़ेगी तथा ग्राहक ऐसे उत्पादों लेने के लिये प्रेरित होंगे।
उन्होंने कहा कि आने वाले बजट में विनिर्माताओं को ऐसे उत्पादों के विनिर्माण के लिये अलग से प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 2020-21 का बजट एक फरवरी को पेश करेंगी। सीईएएमए के अनुसार, इस साल उद्योग की वृद्धि स्थिर रही है और सीमा शुल्क बढ़ने, वैश्विक आर्थिक चुनौतियां तथा मुद्रा में उतार-चढ़ाव को देखते हुए अगले साल के लिये मांग स्तर की भविष्यवाणी करना कठिन होगा। गोदरेज एप्लायसेंज बिजनेस के प्रमुख और कार्यकारी उपाध्यक्ष नंदी ने यह भी कहा कि सरकार को इन उत्पादों में उपयोग होने वाले आयातित कच्चे माल पर लगने वाले शुल्क को कम कर उसकी लागत में कमी लाने के लिये कुछ कदम उठाने पर विचार करना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि भारतीय उपकरण आपूर्तिकर्ताओं को चीन से सस्ते सामान के आयात से प्रतिस्पर्धा करने में कठिनाई हो रही है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा सरकार को अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा देने तथा स्थानीय स्तर पर विनिर्माण को भी प्रोत्साहित करने पर जोर देना चाहिए।

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