नई दिल्ली : गत सप्ताह भठ्ठियों तथा औद्योगिक कम्पनियों में कामगारों की कमी हो जाने से कच्चे माल की प्रोसेसिंग घट गयी, जिससे एलएमई में तेजी के बावजूद टिन, निकिल एवं कॉपर में मंदे का रुख बना रहा। टिन इंगट 7 रुपए एवं निकिल प्लेट रसियन 14 रुपए किलो टूट गयी। अन्य अलौह धातुओं में भी नरमी लिये बाजार बंद हुआ। आलोच्य सप्ताह होली त्योहार नज़दीक आने से यूपी-बिहार के लगभग 20 प्रतिशत कामगार अपने गांव चले गये।
दूसरी ओर उत्तर भारत में भी बाजार स्तर पर होली उत्सव शुरू हो गया जिससे प्रोसेसिंग की कमी हो जाने से एलएमई में तेजी के बावजूद टिन इंगट, निकिल एवं कॉपर सहित अधिकतर अलौह धातुओं में मंदे का रुख बना रहा। लंदन मैटल एक्सचेंज में कॉपर 6749 से बढ़कर 7078 डॉलर प्रति टन पर पहुंच गया, लेकिन घरेलू औद्योगिक कम्पनियों द्वारा ज्यादा खरीद्दारी किये जाने से पीछे हटने से स्थानीय अलौह धातु बाजार में कॉपर डेढ़ रुपए घटकर आरमेचर 442.50 रुपए प्रति किलो रह गया।
इसके समर्थन में पट व कलईया भी 437.50 रुपए एवं 416.50 रुपए रह गये। पीतल के विभिन्न स्क्रैप भी एक/दो रुपये नीचे आ गये। एलएमई में निकिल भी 12879 से बढ़कर 13397 डॉलर प्रति टन हो गयी, लेकिन यहां घरेलू आयातकों की बिकवाली आने से 14 रुपए गिरकर रसियन प्लेट 928/938 रुपए किलो पर आ गयी। इंको के भाव भी 10 रुपए नरम बोले गये। टिन इंगट भी एलएमई में 130/135 डॉलर बढऩे के बावजूद यहां ग्राहकी का समर्थन न मिलने से 7 रुपए लुढ़ककर 1490 रुपए किलो के निम्नस्तर पर आ गया।
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