देशभर में कोरोना के चलते लॉकडाउन लगा हुआ है, जिसके कारण देश के तमाम छोटे-बड़े उद्योग बंद हैं। कोरोना के चलते देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। इस बीच, सार्वजनिक क्षेत्र की तेल खनन कंपनी ओएनजीसी को अपने प्राकृतिक गैस उत्पादन में 15 प्रतिशत से अधिक कटौती करनी पड़ी है। इसकी प्रमुख वजह देशव्यापी लॉकडाउन (सार्वजनिक पाबंदी) है क्योंकि कंपनी के ग्राहकों को आपूर्ति लेने से मना कर दिया है।
तेल और प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) दैनिक आधार पर 6.43 करोड़ घन मीटर गैस का उत्पादन करती है। 25 मार्च को सार्वजनिक पाबंदी लगाए जाने के बाद कंपनी का उत्पादन घटकर 5.34 करोड़ घन मीटर प्रतिदिन रह गया है। यह जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने बताया कि गैस की बिक्री पहले के पांच करोड़ घन मीटर प्रतिदिन से घटकर चार करोड़ घन मीटर प्रतिदिन रह गई है।
ओएनजीसी कुछ गैस का स्वयं उपयोग करती है, इसलिए गैस उत्पादन और गैस बिक्री के आंकड़ों में अंतर है। सूत्रों ने बताया कि कंपनी के कुछ ग्राहकों की ओर गैस की मांग में कमी आई है। वहीं, कुछ कमी गैस के मालवहन का काम करने वाली कंपनी गेल की ओर से भी आई है। कंपनी के अधिकतर ग्राहकों में छोटी कंपनियां हैं जिनका उत्पादन सार्वजनिक पाबंदी की वजह से ठप पड़ा है। इसके अलावा शहरों में गैस का सीएनजी इत्यादि का वितरण करने वाली कंपनियों की मांग भी गिरी है क्योंकि सार्वजनिक पाबंदी की वजह से सड़कों पर वाहनों की रफ्तार थम सी गई