पिछले करीब एक
साल से भारी मंदी की मार झेल रहा ऑटो सेक्टर अभी मंदी से उभरा भी नहीं था कि
कोरोना वायरस ने ऑटो सेक्टर की मुसिबतें और बढ़ा दी है। बाजार में सप्लाई की
समस्याओं के चलते फरवरी के महीने में देश की दिग्गज ऑटो कंपनियों की बिक्री में
गिरावट आई है। टाटा मोटर्स की बिक्री में 34 प्रतिशत की भारी गिरावट देखी गई तो वहीं, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा की बिक्री में 42 फीसदी की गिरावट देखी गई।
महिंद्रा ऐंड
महिंद्रा ने बीते दिन रविवार को बताया कि वाहनों की कुल बिक्री फरवरी के महीने में
पिछले साल की तुलना में 42 प्रतिशत से घटकर
32,476 रही। वहीं, पिछले साल फरवरी के महीने में कंपनी की कुल बिक्री
56,005 थी।
वहीं, कंपनी की व्यावसायिक वाहनों की बिक्री में भी गिरावट
देखी गई है। कंपनी की पिछले साल फरवरी के महीन में व्यावसायिक वाहनों की बिक्री 21,154 थी, जबकि इस साल फरवरी के महीने में वाहनों की बिक्री 15,856 रही। साथी ही यात्री वाहनों (जैसे यूटिलिटी वाहन, वैन, कार आदि) की बिक्री इस साल फरवरी में 10,938 रही तो पिछले साल इसी महीने में 26,109 थी।
महिंद्रा ऐंड
महिंद्रा कंपनी के अलावा टाटा मोटर्स की बिक्री में भी भारी गिरावट आई है। फरवरी
माह में कंपनी की बिक्री में 34 प्रतिशत की
गिरावट आई है। कंपनी ने बताया कि फरवरी में घरेलू बाजार में कंपनी ने महज 38,002 वाहन बेचे, जबकि पिछले साल फरवरी के महीने में कंपनी की बिक्री 57,221 थी।
कंपनी के पैसेंजर
व्हीकल बिजनेस यूनिट के प्रेसिडेंट मयंक पारीक के मुताबिक, चीन में फैले कोरोना वायरस के चलते और एक बड़े वेंडर के
यहां आग लग जाने के कारण वाहनों का प्रोडक्शन और थोक बिक्री काफी प्रभावित हुई है।
चीन में आए कोरोना वायरस के कारण उपकरणों की सप्लाई में बाधा आई है, जिसके कारण बीएस 6 तक ट्रांजिशन अभियान पर भी काफी असर पड़ा है।
दरअसल, चीन पिछले दो महीने से भी ज्यादा समय से कोरोना
वायरस की चपेट में हैं। जिसके चलते चीन का कारोबार काफी अस्त-व्यस्त है। जिसके चलते
चीन से गाड़ियों के पार्टस की सप्लाई में बाधा आ रही है। जिसका असर कंपनी के
प्रोडक्शन और बिक्री पर प्रभावित हो रहा है। जिस तरह से चीन कोरोना वायरस से जूझ
रहा है, उसके चलते मार्च माह के
कुछ हफ्तों तक कंपनियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।