कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। संक्रमण की रोकथाम के लिए पूरे देश में लॉकडाउन लगा रखा है जिसे लागू कराने के लिए केंद्र और राज्य की सरकारें ने पूरी ताकत लगा रही हैं। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना महामारी से निपटने के लिए पीएम-केयर फंड बनाया है। बीते शनिवार को पीएम मोदी ने सहायता एवं आपात स्थिति राहत कोष के गठन की घोषणा की जहां लोग कोरोना वायरस के खिलाफ सरकार की लड़ाई में मदद एवं योगदान दे सकते हैं। जिसमें उन्होंने देशवासियों से इसमें दान करने की अपील की है। इसी के तहत देश के तमाम उद्योगपतियों ने पीएम केयर फंड में दान दिया है। इसी के चलते निजी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. कोरोना वायरस महामारी से निपटने में सरकार की मदद के लिए पीएम केयर्स फंड में 500 करोड़ रुपये का योगदान देगी।
कंपनी ने सोमवार को एक बयान में यह जानकारी दी। इसके अलावा कंपनी महाराष्ट्र और गुजरात में मुख्यमंत्री राहत कोष में 5-5 करोड़ रुपये का योगदान देगी। साथ ही कंपनी गैर-सरकारी संगठनों के जरिये पांच लाख लोगों को 10 दिन तक मुफ्त खाना खिलाएगी। रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा, “हमें विश्वास है कि भारत कोरोनो वायरस की आपदा पर जल्द से जल्द विजय प्राप्त कर लेगा। रिलायंस इंडस्ट्रीज की पूरी टीम संकट की इस घड़ी में देश के साथ है और कोविड-19 के खिलाफ इस लड़ाई को जीतने के लिए सब कुछ करेगी।“उल्लेखनीय है कि इससे पहले कंपनी की इकाई रिलायंस फाउंडेशन ने मुंबई में कोरोना वायरस मरीजों के लिए 100 बिस्तरों का अस्पताल मात्र 2 हफ्तों में तैयार करने की घोषणा की थी। वह एक लाख मास्क और व्यक्ति सुरक्षा से जुड़े उपकरणों का भी विनिर्माण भी कर रही है। कंपनी आपात सेवा में लगी वाहनों को मुफ्त ईंधन और दोगुना डेटा पहले से ही उपलब्ध करा रही है। रिलायंस फाउंडेशन की संस्थापक चेयरपर्सन नीता अंबानी ने कहा, ”
रिलायंस फाउंडेशन इस संकट की घड़ी में अपने देशवासियों और महिलाओं के साथ मजबूती से खड़ा हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो पहली पंक्ति में इससे लड़ रहे हैं। हमारे डॉक्टरों और कर्मचारियों ने भारत का पहला कोविड-19 अस्पताल स्थापित करने में मदद की है और हम कोविड-19 की स्क्रीनिंग, परीक्षण, रोकथाम और उपचार में सरकार का सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।