Crude oil : भारत ने अक्टूबर में लगभग 4.7 मिलियन बैरल प्रति दिन (बीपीडी) कच्चे तेल का आयात किया है। यह पिछले महीने से 8.4% अधिक है। इसकी वजह त्योहारी सीजन के दौरान बढ़ी हुई स्थानीय मांग को पूरा करने के लिए रिफाइनर्स ने खरीदारी बढ़ा दी है।
Crude oil : अक्टूबर में भारत ने रूस से औसतन 1.56 मिलियन बैरल प्रति दिन तेल आयात किया था, जो पिछले महीने से 1.2% अधिक है। इस इजाफे के बावजूद, भारत के अक्टूबर के आयात में रूसी तेल की हिस्सेदारी सितंबर में 35% से घटकर 33% हो गई। जानकारों के मुताबिक, रूसी तेल के लिए छूट कम होने के बाद रिफाइनर्स ने सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात से अधिक कच्चा तेल खरीदा है। अक्टूबर में भारतीय बाजार में रूस की हिस्सेदारी नौ महीने में सबसे कम हो गई है।
भारत, दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक है। आम तौर पर भारत अपनी अधिकांश तेल जरूरतों के लिए मध्य पूर्व में उत्पादकों पर निर्भर करता है। बता दें कि यूक्रेन पर आक्रमण के बाद पश्चिमी देशों द्वारा मास्को से तेल खरीदना बंद करने के बाद दक्षिण एशियाई देश छूट पर बेचे जाने वाले रूसी समुद्री तेल के शीर्ष खरीदार के रूप में उभरा है। भारत को रूस से तेल खरीदने में कोई खास फायदा नहीं हो रहा है। वहीं दूसरी ओर भारत खाड़ी देशों के साथ नजदीकी बढ़ाना चाहता है। इसकी वजह कॉरिडोर को बनाने में जी20 की बैठक में सहमति बनी गयी थी।
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