नई दिल्ली : भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर बिमल जालान ने सुझाव दिया है कि जीएसटी के कार्यान्वयन का विकेंद्रीकरण किया जाए क्योंकि धन व गरीब राज्यों की प्राथमिकताएं अलग अलग हैं। जालान ने माल व सेवा कर (जीएसटी) के देशव्यापी कार्यान्वयन को सरकार द्वारा उठाया गया बहुत ही महत्वपूर्ण कदम करार दिया। उन्होंने कहा कि इस नयी अप्रत्यक्ष कर प्रणाली के समुचित कार्यान्वयन में अभी कुछ और समय लगेगा।
जालान ने पीटीआई भाषा से कहा, महाराष्ट्र जैसे धनी व बिहार जैसे गरीब राज्यों की प्राथमिकताएं अलग होंगी।। 1 राज्यों व केंद, में अलग अलग दल हैं इसलिए हमें जीएसटी के कार्यान्वयन का विकेंद्रीकरण करना होगा। उन्होंने कहा कि राज्यों का राजस्व भी अलग अलग होगा। उल्लेखनीय है कि राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने भी हाल ही में कहा था कि जीएसटी को स्थिर होने में लगभग एक साल लगेगा।