नयी दिल्ली : 18 मार्च( भाषा) रिजर्व बैंक ने कहा है कि नोटबंदी के बाद आए 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोटों मेंजिनकी असली-नकली की पहचानऔर गिनतीहो चुकी है उन्हें टुकड़ों में काटकर ईंट शक्ल में (ब्रिकेट) बदलने के बाद निविदा के माध्यम से उनका निपटारा कर दिया जायेगा। भारतीय रिजर्व बैंक ने यह जानकारी दी है। उल्लेखनीय है कि 30 जून2017 को जारी किए अपने प्रारंभिक आकलन में रिजर्व बैंक ने पुराने 500 और 1,000 रुपये के नोटों का कुल मूल्य 15.28 लाख करोड़ रुपये बताया था। पीटीआई- भाषा के एक संवाददाता द्वारा दाखिल आरटीआई के जवाब में रिजर्व बैंक ने कहा, ‘‘ बंद हुए 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोटों की गिनती की गई है और मुद्रा सत्यापन की अत्याधुनिक प्रणाली के तहत उनकी जांच की गई है। इस प्रक्रिया को पूरा करने वाले नोटों को रिजर्व बैंक के विभिन्न कार्यालयों में लगाए गए नोटों को काटनेऔर ब्रिकेटिंग प्रणाली में इन्हें काटकर उन्हें ब्रिकेट में परिवर्तित किया जा रहा है।
रिजर्व बैंक के अनुसार जब इन कटे हुए नोटों को दबाकरइन्हें चौकोर ईंट की शक्ल में बदल दिया जाएगा तो निविदाके माध्यम से इनका निस्तारण कर दिया जाएगा।’’ जवाब में कहा गया है, ‘‘ रिजर्व बैंक ऐसे नोटों का पुनर्चक्रण नहीं करता है।’’ उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक के देशभर में विभिन्न कार्यालयों में कुल59 अत्याधुनिक मुद्रा सत्यापन एवं प्रसंस्करण मशीनें कार्यरत हैं। इन्हीं के माध्यम से नोटबंदी में वापस आए नोटों को काटकर खत्म किया गया है और उनके असली होने की जांच की गई है। गौरतलब है कि सरकार ने आठ नवंबर2016 को500 और 1,000 रुपये के पुराने नोट चलन से बाहर कर दिएगये थे।
24X7 नई खबरों से अवगत रहने के लिए यहां क्लिक करें ।