पूरे देश में एक जुलाई से जीएसटी लागू कर दिया गया है। जीएसटी का पूरा सच क्या है यह लोगों को बताया ही नहीं गया है। उसकी वजह कुछ ऐसी बातें सामने आ रही हैं जो की आप जानकर हैरान हो जाएंगे।
चलिए बताते हैं जीएसटी का पूरा सच आखिर क्या है इसका सच।
एक जुलाई से जीएसटी लागू होने के बाद से चंडीगढ़ के करोबारियों ने शनिवार से ही जीएसटी के द्वौरा बिलिंग करनी शुरू कर दी है। लेकिन बहुत से ग्राहकों को यह शिकायतें हैं कि कारोबारियों ने बिल में सीजीएसटी और एसजीएसटी के रूप में टैक्स लिया जा रहा है।
जीएसटी के संबंध में टैक्स एडवोकेट अजय जग्गा ने कहा कि जीएसटी को लेकर कारोबारियों और आम जनता में जागरूकता लाने की बहुत जरूरत है नहीं तो उन्हें पता ही नहीं चलेगा कि जीएसटी आखिर है क्या।
अजय जग्गा ने चंडीगढ़ के एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर अजित बालाजी जोशी से यह मांग की कि वह कारोबारियों को जीएसटी के बारे में बताएं और उन्हें जागरूक करें।
उन्होंने कहा कि करोबारियों को बताया जाए कि एसजीएसटी, यूटीजीएसटी और आईजीएसटी यह सब कहां पर और कैसे लगेंगे। श्री जग्गा ने कहा कि जीएसटी के अधीन चार एक्ट हैं।
श्री जग्गा ने बताया कि यह चार एक्ट कैसे और किस तरह काम करेंगे। पहला केंद्र के स्तर पर सीजीएसटी, दूसरा राज्यों के स्तर पर एसजीएसटी, तीसरा केंद्र शासित प्रदेश के स्तर पर यूटीजीएसटी और चौथा अंतर राज्यीय लेनदेन पर आईजीएसटी है।
अजय जग्गा ने बताया कि सामान्यत: एक वस्तु की बिक्री पर किसी भी राज्य में 18 प्रतिशत जीएसटी लागू होने पर 9 प्रतिशत सीजीएसटी और 9 प्रतिशत एसजीएसटी लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ में टैक्स के तौर पर केंद्र शासित प्रदेश में सीजीएसटी के साथ एसजीएसटी नहीं लिया जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि बिलिंंग करते समय सीजीएसटी के साथ यूटीजीएसटी भी लिया जाएगा।