उत्तर प्रदेश जैसे प्रमुख चीनी उत्पादक राज्य और अन्य प्रदेशों में एक दर्जन से अधिक चीनी मिलों ने इस वर्ष के लिए अपना पेराई अभियान शुरू कर दिया है। खाद्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने आज यह जानकारी दी। सरकार ने चालू 2017..18 के सत्र :अक्तूबर से सितंबर: में चीनी उत्पादन अधिक यानी 2.5 करोड़ टन होने का अनुमान व्यक्त किया है जो पिछले वर्ष के 2.03 करोड़ टन से कुछ अधिक रहेगा।
अधिकारी ने पीटीआई भाषा को बताया, कुछ मिलों ने उथर प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु में पेराई अभियान को शुरू कर दिया है। आने वाले दिनों में इसमें आगे और गति आयेगी। उन्होंने कहा कि देश में शीर्ष उत्पादक राज्य उथर प्रदेश में करीब तीन चीनी मिलों ने इस सप्ताह से गन्ने की पेराई का काम शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में करीब 11 मिलें जबकि तमिलनाडु में दो चीनी मिलों ने अभी काम करना शुरू किया है।
चीनी के दूसरे बड़ उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में चीनी मिलें एक नवंबर से काम करना शुरू करेंगी। अधिकारी ने कहा कि इस वर्ष 512 से अधिक मिलों के परिचालन में आने की संभावना है क्योंकि बेहतर बरसात के कारण गन्ने की अच्छी उपज हुई है। पिछले वर्ष केवल 490 मिलें काम कर रही थीं क्योंकि गन्ने की आपूर्ति कम थी। देश में करीब 700 चीनी मिलें हैं जिसमें से 525 परिचालन में हैं और उनमें से आधी निजी स्वामित्व वाली मिलें हैं और बाकी सहकारी चीनी मिलें हैं।