नई दिल्ली: सरकार देश में सौर ऊर्जा क्षेत्र में उपकरणों के विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिये व्यापक रूपरेखा बना रही है। इसके तहत 20,000 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिये निविदा जारी की जाएगी जिसमें वही कंपनियां बोली लगा सकेंगी जो उपकरणों के विनिर्माण के लिये यहां संयंत्र लगाएंगी। उल्लेखनीय है कि देश में सौर ऊर्जा क्षेत्र में विनिर्माण क्षमता पर्याप्त नहीं है और परियोजनाओं में लगने वाले उपकरणों को लेकर आयात पर निर्भरता अधिक है।
बिजली और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने कहा, पवन ऊर्जा क्षेत्र में देश में पहले से विनिर्माण क्षमता है। लेकिन सौर ऊर्जा के क्षेत्र में ऐसा नहीं है। इसके तहत हम दो ईओआई (रूचि पत्र) ला रहे हैं। उन्होंने कहा, इसके तहत हम 20 गीगावाट (20,000 मेगावाट) क्षमता की परियोजनाओं के लिये निविदा लाएंगे। इसमें वही कंपनियां बोली लगा सकेंगी जो यहां उपकरणों के विनिर्माण के लिये संयंत्र लगाएंगी।
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