नई दिल्ली : वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को कहा कि वित्त सचिव हसमुख अधिया इस महीने के अंत में सेवानिवृत्त हो जायेंगे और सरकार उनकी क्षमताओं और अनुभवों को दूसरे क्षेत्रों में उपयोग करना चाहती है। श्री जेटली ने अपने ब्लॉग पर यह जानकारी देते हुए लिखा है कि इस वर्ष के प्रारंभ में ही श्री अधिया ने 30 नवंबर के बाद एक भी दिन काम नहीं करने की इच्छा व्यक्त की थी।
इसके मद्देनजर इस महीने के अंत में वह वित्त सचिव के पद से सेवानिवृत्त हो जायेंगे। वह चार वर्ष से वित्त मंत्रालय में काम कर रहे हैं जिसमें पिछले तीन वर्ष से वह राजस्व सचिव की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। वित्तीय सेवाओं के सचिव के रूप में श्री अधिया के नेतृत्व में बैंकिंग सेवाओं के जरिये सरकार के विभिन्न सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रम क्रियान्वित किये गये।
मुद्रा योजना की सफलता में उनकी महती भागीदारी रही है। वित्त मंत्री ने कहा कि राजस्व सचिव के रूप में श्री अधिया के कार्यकाल को विभिन्न नीतिगत पहलों को क्रियान्वित करने के लिए याद किया जायेगा। देश और विदेश में कालेधन के विरुद्ध अभियान राजस्व विभाग के प्रारंभिक पहलों में से एक है।
अब आयकर विभाग करदाताओं और कर अधिकारियों के बीच किसी तरह के हस्तक्षेप के बिना ऑनलाइन काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि श्री अधिया के कार्यकाल में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) पर ऐतिहासिक संवैधानिक संशोधन को मंजूरी मिली। जीएसटी से जुड़े कई कानूनों, नियमों और टैरिफ निर्धारण पर केन्द्र तथा राज्यों के बीच बहुत कम समय में सहमति हासिल की गयी।
उनकी कोशिशों से ही केन्द्र और राज्य के अधिकारियों का दल 01 जुलाई 2017 को जीएसटी को निर्धारित समय पर लागू करने को संभव बना पाया। जीएसटी दरों में कमी भी बहुत कम समय में की गयी।