कोलकाता : हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड (एचसीएल) को उसके निदेशक मंडल से मिनरल एक्सप्लोरेशन कारपोरेशन लिमिटेड (एमईसीएल) और नाल्को लिमिटेड के साथ संयुक्त उद्यम बनाने की मंजूरी मिल गई है। एचसीएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) संतोष शर्मा ने संवाददाताओं से कहा हमें बोर्ड से एमईसीएल और नाल्को के साथ संयुक्त उद्यम स्थापित करने की मंजूरी मिल गई है।
संयुक्त उद्यम एक सशक्त कार्य समूह गठित करेगा जिससे हम तीनों को दूसरे देशों से दुर्लभ खनिज मंगाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि संयुक्त उद्यम एक नई कंपनी का आकार लेगा, जिसका नाम खनिज बिदेश इंडिया लिमिटेड (काबील) होगा। जिसकी प्राधिकृत 100 करोड़ रुपये और चुकता पूंजी 30 करोड़ रुपये होगी। शर्मा ने कहा कि यह टाइटेनियम जैसे दुर्लभ खनिजों की खरीद के लिए एचसीएल की विविधिकरण प्रक्रिया का हिस्सा है।
कंपनी ने यह कहा है कि उसने अपने मलाजखंड कॉपर कॉम्प्लेक्स में अपशिष्ट से सोने और चांदी जैसे कीमती धातुओं को निकालने का भी फैसला किया है। उसके पास प्रतिदिन 10,000 टन अपशिष्ट को प्रसंस्कृत करने की क्षमता है जिससे वह 1.1 किलो सोना और 11 किलो तक चांदी निकाल सकती है। शर्मा ने कहा कि कंनी ने इसके लिये 200 करोड़ रुपये का निवेश किया है। यह परियोजना अगले विथ वर्ष की शुरुआत में चालू हो जायेगी।